दूसरी ओर, नए सत्र से पहले भी थर्ड ग्रेड तबादलों पर असमंजस बना हुआ है। पिछले पांच साल से शिक्षक तबादलों की मांग कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं खोल पाई। इससे शिक्षकों में कहीं न कहीं नाराजगी भी देखी गई। अंतिम बार 2018 में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही तबादले खोले गए थे। भाजपा सरकार आने के बाद शिक्षकों को आस थी कि सरकार थर्ड ग्रेड तबादलों का तोहफा देगी। लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद अभी तक कोई सुगबुगाहट नहीं है।
कांग्रेस सरकार ने लिए थे आवेदन
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2021 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों के लिए आवेदन लिए थे। करीब 85 हजार आवेदन आए थे। लेकिन 2022 में तबादले नहीं खोले गए। अन्य शिक्षकों के तबादले हुए। नई नीति का हवाला देकर तबादलों को फिर टाल दिया गया। चुनावी साल में भी उम्मीद की जा रही थी कि थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादले खोले जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हमारे संगठन की बैठक हुई है। शिक्षा मंत्री ने 15 मार्च के बाद तबादला करने के वादा किया था। इस संबंध में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से भी मिले हैं। थर्ड ग्रेड शिक्षकों के तबादला शुरू नहीं होते हैं तो आंदोलन करेंगे।
–डॉ. रनजीत मीणा, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत सरकार को 3.5 लाख तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले तत्काल करने चाहिए। पूर्व सरकार ने तबादले न करके शिक्षकों की नाराजगी मोल ली है। इससे पहले भाजपा सरकार ने ही तबादले किए थे।
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नारायण सिंह सिसोदिया, प्रवक्ता, राजस्थान प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षक संघर्ष समिति