उन्होंने बताया कि अभियान के तहत विगत एक सप्ताह में जयपुर जिले के समस्त तहसीलों में बरसों से बंद 41 रास्ते खुलवाए गए। अभियान के तहत जिला प्रशासन ने समझाइश एवं सहमति से महज साढ़े 5 महीनों में गांवों, खेतों और ढाणियों के बरसों से बंद पड़े एक हजार 18 रास्ते खुलवाने में कामयाबी हासिल की है।
फागी तहसील में सर्वाधिक 84 रास्ते खुलवाए
नोडल अधिकारी देवेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि 15 नवंबर 2024 से 27 अप्रैल 2025 तक अभियान के तहत जिले में फागी तहसील में सर्वाधिक 84 रास्ते खुलवाए गए हैं। जिनमें से 44 रास्तों पर ग्रेवल सड़क बनाये जाने का कार्य जारी है। वहीं, 2 रास्तों पर ब्लॉक सड़क का निमार्ण कार्य जारी है।वहीं, अभियान के तहत जयपुर तहसील में 4 रास्ते, कालवाड़ तहसील में 8 रास्ते, आमेर तहसील में 59 रास्ते, जमवारामगढ़ तहसील में 47 रास्ते, आंधी तहसील में 49 रास्ते, बस्सी तहसील में 51 रास्ते, तूंगा तहसील में 42 रास्ते खुलवाए गए।
वहीं, शाहपुरा तहसील में 64 रास्ते, जोबनेर तहसील में 62 रास्ते, किशनगढ़-रेनवाल तहसील में 51 रास्ते, फुलेरा तहसील में 56 रास्ते, रामपुरा-डाबड़ी तहसील में 42 रास्ते, जालसू तहसील में 33 रास्ते, चौमूं तहसील में 68 रास्ते, सांगानेर तहसील में 21 रास्ते खुलवाए गए।उन्होंने बताया कि चाकसू तहसील में 61 रास्ते, कोटखावदा तहसील में 41 रास्ते, माधोराजपुरा तहसील में 57 रास्ते, दूदू तहसील में 55 रास्ते एवं मौजमाबाद तहसील में 63 रास्ते खुलवाए गए।
रास्ते खुलने के बाद बन रहे ग्रेवल सड़कें
रास्ता खोलो अभियान के तहत बंद रास्ते खुलवाए जाने के पश्चात खोले गए रास्तों पर ग्रेवेल, सी.सी. रोड़ बनवाये जाने की कार्यवाही भी जल्द से जल्द होगी। अधिकांश स्थानों पर ग्रेवल रोड बनाने की कार्यवाही भी आरंभ की जा चुकी है। वहीं, जिन रास्तों के वाद न्यायालय में विचाराधीन है परिवादियों द्वारा संबंधित न्यायालय से ही अनुतोष प्राप्त किया जाएगा।