मालवीय मार्ग पर पहली कार्रवाई निरीक्षण के दौरान आयुक्त निधि पटेल ने मालवीय मार्ग और सी-स्कीम में कचरे के ढेर देखे। उन्होंने स्वास्थ्य शाखा की टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने कचरे की थैलियां खोलीं तो एक रेस्टोरेंट का पता मिला। निगम दस्ते ने पते के आधार पर रेस्टोरेंट पर दोपहर में छापा मारा और 2000 रुपए का जुर्माना वसूल किया।
इंदौर का सफल प्रयोग कचरे से पहचान निकालकर कार्रवाई का प्रयोग इंदौर नगर निगम ने शुरू किया था। वहां टीम ने ऐसे स्थान चिह्नित किए, जहां लोग नियमित रूप से कचरा डालते थे। कुछ चालान होते ही गंदगी फैलाना बंद हो गया। नतीजा, इंदौर लगातार स्वच्छता में नंबर-वन बन रहा है।
गंदगी रोकने के और नवाचार – अस्थायी कचरा डिपो हटाकर वहां पौधे लगाए जा रहे हैं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेंच लगाई जा रही हैं। इससे लोगों की आवाजाही बढ़ने से कचरा डालने वाले दूर रहते हैं। शिवाजी नगर समेत कुछ कॉलोनियों में यह प्रयोग सफल रहा है।
-सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है और सड़क पर कचरा फेंकते ही चालान काटा जा रहा है। -पांच राइडर्स नियमित रूप से बाजारों में गश्त कर कचरा फैलाने वालों पर नजर रख रहे हैं।
केवल हूपर में डालें “सड़क को गंदा करने वालों पर सख्ती की जा रही है। सीसीटीवी के जरिए चालान शुरू हो चुके हैं। निगम क्षेत्र को साफ रखना चाहते हैं। यदि निगम की कोई कमी हो तो बताएं, लेकिन कचरा केवल हूपर में ही डालें, सड़क पर फेंकने से बचें।”
निधि पटेल, आयुक्त, हैरिटेज नगर निगम