सफाई व्यवस्था पर जताया असंतोष जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने शहरी क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर असंतोष जताते हुए आदेशित किया कि सफाई निगरानी प्रणाली के तहत सभी सड़कों, गलियों, कचरा डिब्बों, नालों और सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति का दैनिक निरीक्षण किया जाए। सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति और कचरा संग्रहण वाहनों के आगमन समय की भी सख्ती से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
हर वार्ड पर निगरानी, हर गलियों पर नजर जिला कलक्टर ने आदेश दिए कि प्रत्येक दस वार्ड पर एक अधिकारी और हर जोन में एक सफाई निरीक्षक नियुक्त किया जाए जो न केवल सफाई कार्यों की निगरानी करेगा बल्कि दैनिक और साप्ताहिक रिपोर्ट सौंप कर नागरिकों से फीडबैक लेकर ग्राउंड रिपोर्ट भी देगा। सड़कों की सफाई, कचरा डिब्बों की स्थिति, नालों की सफाई और कचरा वाहनों की समय पर आवाजाही अब सब कुछ चेकलिस्ट के अनुसार नियमित मॉनिटर किया जाएगा।
सफाई कार्यों में तकनीकी साधनों का होगा उपयोग जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था को स्मार्ट बनाने के लिए कचरा वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग की जाए, कचरा डिब्बों पर क्यूआर कोड लगाए जाएं और मोबाइल ऐप के जरिए उपस्थिति, शिकायत और फोटो रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए। सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की भी निगरानी बढ़ाई जाएगी। सफाई से पहले और बाद की तस्वीरें लेकर डिजिटल रिपोर्ट तैयार करने का भी आदेश दिया गया है।
नागरिक बनेंगे स्वच्छता में भागीदार जिला कलक्टर ने कहा कि स्वच्छता केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है। इसी सोच के तहत “स्वच्छताअभियान” से आमजन को जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। शिकायत निवारण ऐप और व्हाट्सएप नंबर जारी कर नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही सुझाव पेटियां लगाकर हर नागरिक की आवाज को सुना जाएगा।
अच्छा कार्य पर मिलेगा पुरस्कार, लापरवाही पर होगी कार्रवाई शहर के प्रत्येक वार्ड की सफाई व्यवस्था की साप्ताहिक समीक्षा होगी और हर महीने रिपोर्ट तैयार कर भेजी जाएगी। जहां अच्छा काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा वहीं लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्यवाही होगी। जिला प्रशासन की इस सख्त पहल से उम्मीद जगी है कि जल्द ही बिगड़ी हुई सफाई व्यवस्था दुरुस्त होगी और स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ शहरों की कतार में कोटपूतली-बहरोड़ शामिल होगा।