मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में आगामी दिनों में ऐसा रहेगा मानसून
1-मौसम का कारण: बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम तेज़
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर बंगाल की खाड़ी में बना वेल मार्क्ड लो प्रेशर (WML) आज तीव्र होकर अवदाब(Depression) में बदल गया है, जो अगले 24 घंटों में पश्चिम-उत्तर पश्चिम (WNW) दिशा में आगे बढ़ते हुए गंगा के पश्चिमी तटवर्ती इलाकों (पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड) से होते हुए राजस्थान की ओर आएगा। इसका सीधा असर राजस्थान के मौसम पर पड़ेगा।
2-दक्षिण-पूर्वी व पूर्वी भागों में भारी बारिश अलर्ट
राजस्थान में मानसून सक्रिय हो चुका है और मौसम विभाग ने राज्य के दक्षिण-पूर्वी व पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम संबंधी गतिविधियों में तीव्रता आने के संकेत स्पष्ट रूप से देखे जा रहे हैं।
3-उत्तर बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम सक्रिय
उत्तर बंगाल की खाड़ी में बना ‘वेल मार्क लो प्रेशर’(WML) आज तीव्र होकर अवदाब(Depression) में बदल गया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह सिस्टम अगले 24 घंटों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम (WNW) दिशा में बढ़ते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तर ओडिशा और झारखंड की ओर अग्रसर होगा।
4-दक्षिण-पूर्व राजस्थान में बारिश की शुरुआत
दक्षिण-पूर्व राजस्थान के कुछ हिस्सों में आज यानी 25 जुलाई से भारी बारिश की गतिविधियां शुरू होने की संभावना जताई गई है। 26 से 27 जुलाई के दौरान तेज़ बारिश का दौर
26 जुलाई से पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की तीव्रता बढ़ने के आसार हैं। कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है।खासतौर पर 27 जुलाई को दक्षिण-पूर्व राजस्थान के कई क्षेत्रों में अत्यंत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।
28 से 31 जुलाई तक का प्रभाव
पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में 28 से 31 जुलाई के बीच भारी से अति भारी बारिश का दौर बना रह सकता है। इसके साथ ही, पश्चिमी राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में भी मध्यम से भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।