Monsoon 2025: राजस्थान में इस मानसून में भी होगी झमाझम बारिश, Heavy Rain के मिल रहे संकेत
Monsoon 2025 Update: भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून केरल से शुरू होकर 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है। राजस्थान में ज्यादार 20 जून के बाद ही मानसून आता है, लेकिन इस बार प्रदेश में कुछ दिन पहले मानसून दस्तक दे सकता है।
जयपुर । राजस्थान में इस मानसून में तेज और लंबे समय तक बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को बताया कि इस बार 4 दिन पहले मानसून आने का अनुमान है। दूसरी तरफ बांसवाड़ा जिले के किसान को टिटहरी के 4 अंडे दिखे हैं। माना जाता है कि टिटहरी बहुत चौकन्ना पक्षी होता है, जो पहले ही कई चीजों का अनुमान लगा लेता है।
आनंदपुरी इलाके के ग्राम पंचायत पाटिया गलिया में किसान कैलाश चन्द्र डामोर के खेत में टिटहरी ने 4 अंडे दिए हैं। किसान ने देखा कि टिटहरी अपने 4 अंडों को संभाल रही थी। किसान आमतौर पर टिटहरी के अंडों की गिनती और उनके समय से बारिश का अनुमान लगाते हैं। किसानों के मुताबिक, टिटहरी के जल्द अंडा देने का मतलब इस मानसून में जल्द बारिश शुरू होगी।
टिटहरी के अंडे से बारिश का कैसे लगाते हैं अनुमान?
टिटहरी आमतौर पर अप्रैल से जून महीने के बीच अंडे देती हैं। किसानों का कहना है कि टिटहरी के अंडों की दिशा से भी अनुमान लगाए जाते हैं। किसान को जो अंडे दिखे उसमें से 3 अंडे एक दिशा में हैं, जबकि एक अलग दिशा में है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार 3 महीने तक जमकर बारिश हो सकती है।
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IMD का अनुमान
दूसरी तरफ भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून 4 दिन पहले 27 मई को केरल पहुंच सकता है। आमतौर पर 1 जून तक मानसून केरल पहुंचता है। अगर इस बार 27 मई को ही केरल में मानसून पहुंच जाता है, तो साल 2009 के बाद सबसे जल्दी मानसून का आगमन माना जायेगा। साल 2009 में मानसून ने केरल में 23 मई को दस्तक दिया था।
राजस्थान में पिछले 4 सालों में कब एंट्री किया मानसून
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून केरल से शुरू होकर 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है। राजस्थान में ज्यादार 20 जून के बाद ही मानसून आता है, लेकिन इस बार राजस्थान में कुछ दिन पहले मानसून दस्तक दे सकता है। पिछले 4 सालों की बात करें तो साल 2020 में 24 जून को मानसून ने राजस्थान में एट्री की। वहीं 2021 में 18 जून, साल 2022 में 30 जून, साल 2023 में 25 जून और साल 2024 में भी 25 जून को मानसून की एंट्री हुई।
किसान के खेत में टिटहरी के अंडे: Oplus_16777216
देश में 105 प्रतिशत बारिश का अनुमान
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन ने बताया कि भारत में इस साल चार सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान 105 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जो औसत बारिश 87 सेंटीमीटर से ज्यादा है।
मौसम विभाग के अनुसार 96 प्रतिशत से लेकर 104 प्रतिशत की बारिश को सामान्य माना जाता है। भारत के कृषि क्षेत्र के लिए मानसून बेहद अहम है। देश में कृषि पर 42 प्रतिशत आबादी की आजीविका निर्भर है। बारिश क्षेत्र देश के विकास में 18 प्रतिशत का योगदान देता है। मानसूनी बारिश देश के जलाशयों को भरने और बिजली उत्पादन के लिहाज से भी अहम है।
जल्द मानसून कम-ज्यादा बारिश का पैमाना नहीं
कुछ लोगों का कहना होता है कि जल्द मानसून आने पर कम बारिश होती है। इस पर मौसम विभाग ने साफ किया कि केरल में मानसून के जल्दी या देर से आने का मतलब देश में ज्यादा या कम बारिश होना नहीं है। इसमें कई अन्य फैक्टर शामिल होते हैं। हाल में मौसम विभाग ने बताया था कि इस साल दक्षिणी अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीपसमूह में मानसून 13 मई को ही आगे बढ़ सकता है। ऐसा 20 मई के आसपास होता है, लेकिन इस बार एक हफ्ते पहले ही ऐसा हो रहा है।