बैठक में यह रहे मौजूद
बैठक में गृह एवं आपदा प्रबंधन एवं नागरिक सुरक्षा, जल संसाधन एवं पीएचईडी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व स्वायत्त शासन विभागों के प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा शिक्षा एवं उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा विभागों के शासन सचिव, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त एवं संयुक्त शासन सचिव, पुलिस महानिदेशक राजस्थान, और महानिदेशक इन्टेलिजेन्स मौजूद थे।मॉकड्रिल सामरिक क्षेत्र के अनुसार होगी
राजस्थान में सामरिक क्षेत्र के अनुसार मॉकड्रिल की जाएगी। जयपुर में एयरपोर्ट, बहुमंजिला इमारतें, हॉस्पिटल और अन्य प्रमुख स्थानों पर की जा सकती है। एयरपोर्ट पर बम गिरने पर वहां लोगों को कैसे बचाने, हॉस्पिटल पहुंचाने और बहुमंजिला इमारत पर बम गिरने पर वहां रहने वाले लोगों को बचाने और लोगों को बिल्डिंग से बाहर निकालने का अभ्यास किया जाएगा।राजस्थान का यह शहर अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित, यहां दिन और रात में अलग-अलग होगी मॉक ड्रिल, सायरन बजते ही करना होगा ऐसा
ये क्षेत्र किए गए चिन्हित
अति संवेदनशील : कोटा, रावतभाटा।संवेदनशील : अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर, सीकर, नाल, सूरतगढ़, आबू रोड, नसीराबाद (अजमेर), भिवाडी (अलवर)।
इनकी भी निगरानी : फुलेरा (जयपुर), नागौर (मेडता रोड), जालोर, ब्यावर (अजमेर),. लालगढ़ (गंगानगर), सवाईमाधोपुर, पाली, भीलवाड़ा।