‘पहलगाम पर कांग्रेस की राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण’
राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि जिस समय पूरा देश पहलगाम आतंकी हमले के शोक में एकजुटता का परिचय दे रहा है, उस समय कांग्रेस रैली कर हमले के बहाने सरकार पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी को अपने अतीत पर तनिक भी शर्म होती तो वे संविधान बचाने की नौटंकी करने मैदान में नहीं आते। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आतंकी हमले को भी कांग्रेस राजनीतिक हथियार बना रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का संविधान पूरी तरह सुरक्षित और सम्मानित है और देश की जनता अब कांग्रेस की ‘सस्ती राजनीति और ढकोसले’ को भलीभांति समझ चुकी है।
कांग्रेस ने ही किया था संविधान का अपमान
राठौड़ ने कांग्रेस के इतिहास पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी वही है जिसने सत्ता में रहते हुए बार-बार संविधान की मूल भावना का गला घोंटा। उन्होंने 1975 में लगाए गए आपातकाल को देश के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला बताया। उन्होंने कहा कि 75 वर्षों में से 65 वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ने लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया, संविधान की आत्मा को रौंदा और देश को अंधकार में धकेला।
अंबेडकर के साथ कांग्रेस ने किया अन्याय- राठौड़
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान किया था। कांग्रेस ने बाबा साहेब को दो बार चुनाव में हरवाया और उन्हें भारत रत्न देने से भी इंकार कर दिया था। जबकि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में डॉ. अंबेडकर के विचारों और आदर्शों को वास्तविक सम्मान मिला। उन्होंने याद दिलाया कि मोदी सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पाँच महत्वपूर्ण स्थलों को ‘पंचतीर्थ’ के रूप में विकसित किया और 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया।
‘कांग्रेस का असली संघर्ष अस्तित्व को बचाने का’
राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वास्तविकता यह है कि आज संविधान कहीं खतरे में नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी अपने अस्तित्व को बचाने के लिए सबसे बड़े संकट में है। उन्होंने दावा किया कि देश की जनता अब पूरी तरह से समझ चुकी है कि कांग्रेस संविधान बचाने के नाम पर केवल अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रही है।