बता दें कि इसके बाद सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मरीजों, परिजनों और चिकित्सा स्टॉफ की सुरक्षा को देखते हुए बेसमेंट के ऊपरी परिसरों को खाली करवाकर मरम्मत करवाने की तैयारी शुरू कर दी है।
बेसमेंट को लेकर आंकलन
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि बांगड़ के नीचे बने बेसमेंट, सीटी एमआरआई के नीचे बने बेसमेंट को लेकर यह आंकलन है। कुछ वार्ड और सीटी स्कैन एमआरआई को कुछ दिन के लिए दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है।
हर साल 4 करोड़ से अधिक खर्च
अस्पताल के रखरखाव पर हर साल 4 करोड़ रुपए से अधिक बजट खर्च किया जा रहा है, इसके बावजूद हालात खराब हैं। हाल ही में आरएमआरएस ऑफिस में प्लास्टर गिरा लेकिन स्टॉफ बाल-बाल बच गया। ट्रॉमा सेंटर की पार्किंग में जलभराव और एसडब्ल्यू सेकेंड वार्ड की दीवारों में सीलन जैसी समस्याएं भी अभी बनी हुई हैं।