जानकारी के मुताबिक, शिवा नगर सांगानेर निवासी प्रभुमल चौधरी ने मामला दर्ज करवाया था। इसमें बताया कि 28 जून को शाम 5 बजे वह मालवीय नगर स्थित अपने रेस्टोरेंट में बैठा था। इसी दौरान उसके पास दोस्त मुकेश का व्हाट्सएप कॉल आया। उसने पूछा कि तुम कहां हो तो उसने गौरव टावर होना बताया। मुकेश ने उसे पास के एक शोरूम पर बुला लिया। जब प्रभुमल वहां पहुंचा तो एक कार पहले से खड़ी थी। इसमें एक व्यक्ति चालक वाली सीट पर व पीछे की सीट पर मुकेश बैठा था।
सुरक्षा एजेंसी के दिखाए पहचान पत्र
आरोपियों ने देश की एक बड़ी सुरक्षा एजेंसी की आईडी भी दिखाई। कार में वे उन्हें भीलवाड़ा घुमाते रहे। इस दौरान उन्हें सुरक्षा एजेंसी की फाइल भी दिखाते रहे। उनकी आईडी में उनके नाम जितेंद्र सिंह, विधादत, अनिल शर्मा, ओम सिंह राठी और मनोज कुमार था। उन्होंने दोनों से कुछ फार्म भी भरवाए और खाली कागजों में हस्ताक्षर करवाए।
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मुंह पर कपड़ा बांधा
कार सवार युवकों ने प्रभुमल को जबरन कार में बैठा लिया। इसी दौरान दो व्यक्ति और कार में बैठ गए। उन्होंने आते ही पीड़ित का मोबाइल, घड़ी और अन्य सामान लेकर प्रभुमल के मुंह पर काला कपड़ा बांध दिया। वे सभी कार में मारपीट करने लगे। मारपीट करने वालों ने पीड़ित से सुशील नाम के शस के बारे में पूछा। इस पर उसने बताया कि सुशील उसका दोस्त है।
मांगे तीन करोड़, फोन ऑन करते ही…
आरोपियों ने दोनों से तीन करोड़ रुपए मांगे। सुशील और प्रभुमल ने 50 लाख देने को कहा। आरोपियों के मानने पर दोनों ने मोबाइल मांगे, ताकि वे व्यवस्था कर सकें। इस पर दोनों को भीलवाड़ा हाईवे पर होटल में ले गए। इस दौरान मुकेश अन्य गाड़ी से आया।
मोबाइल ऑन करते ही रिश्तेदारों एवं दोस्तों के फोन आए। इस पर परिजन ने पुलिस को सूचना दे दी। दोनों सुशील और प्रभुमल मौके पर छोड़ भाग छूटे। उधर, दोनों अपने किसी परिचित दोस्त के साथ जयपुर आ गए। पुलिस ने नामजद मामला दर्ज कर पांचों आरोपियों को गिरतार कर लिया।
दोस्त को भी साथ ले गए
प्रभुमल से सुशील को फोन कर लोकेशन पूछी तो उसने बताया कि वह पांच सितारा होटल में है। इस पर आरोपी प्रभुमल को होटल ले गए। जहां से सभी ने सुशील को भी कार में बैठा लिया। उसके भी हाथ बांध दिए। दोनों को कार सवार व्यक्ति अजमेर रोड ले गए। रास्ते में दोनों से मारपीट की।