राजस्थान का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) भारत की GDP की तुलना में अपेक्षाकृत कम है, लेकिन इसका योगदान महत्वपूर्ण है। CEIC के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान भारत की GDP में लगभग 5% का योगदान देता है। वर्ष 2025 में, राजस्थान का GSDP भारत की कुल GDP का 5.149% है, जो 2024 के 5.051% से थोड़ा अधिक है। मौजूदा कीमतों पर, 2024-25 के लिए राजस्थान का GSDP 17,81,078 करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जो 2023-24 की तुलना में 17% की प्रभावशाली वृद्धि दर्शाता है।
350 बिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य
राजस्थान का लक्ष्य वर्ष 2029 तक 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हासिल करना है। इसके लिये कृषि गतिविधियों में तकनीकी नवाचार, औद्योगिक उत्पादन का विस्तार, नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उपयोग करके पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
राजस्थान की अर्थव्यवस्था- एक नजर में
GSDP वृद्धि: 2024-25 में प्रचलित कीमतों पर राजस्थान का GSDP 17.04 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12.02% की वृद्धि दर्शाता है। स्थिर कीमतों (2011-12) पर यह 9.06 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचेगा, जो 7.82% की वृद्धि है। क्षेत्रीय योगदान: कृषि क्षेत्र (फसलें, पशुपालन, मत्स्य पालन, वानिकी) का GSVA में 26.92% योगदान है, जबकि मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र क्रमशः 28% और 45% योगदान दे रहे हैं। प्रति व्यक्ति आय: 2023-24 में राजस्थान की प्रति व्यक्ति आय 1,67,964 रुपये थी, जो राष्ट्रीय औसत (1,84,205 रुपये) से कम है, लेकिन राज्य की आर्थिक नीतियां इसे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही हैं।
राजस्थान का बजट और वित्तीय प्रबंधन
व्यय: 2024-25 में कुल व्यय (ऋण चुकौती को छोड़कर) 3,34,796 करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष से 10% अधिक है। प्राप्तियां: उधारियों को छोड़कर, 2,64,787 करोड़ रुपये की प्राप्तियां होने की उम्मीद है, जो 11% की वृद्धि दर्शाती है। राजकोषीय घाटा: 2024-25 में राजकोषीय घाटा GSDP का 3.9% (70,009 करोड़ रुपये) लक्षित है, जो केंद्र सरकार की 3.5% की सीमा के करीब है। राजस्व घाटा: 2024-25 में राजस्व घाटा GSDP का 1.4% (25,758 करोड़ रुपये) अनुमानित है, जो 2023-24 के 2% से कम है।
राजस्थान का विकास मॉडल क्या है?
राजस्थान की अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन का महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्रों में तेजी से प्रगति हो रही है। 2023-24 में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में 12.4% और सेवा क्षेत्र में 6.4% की वृद्धि दर्ज की गई। राज्य की खनिज संपदा, जैसे तेल, गैस, सोना, और जस्ता, भी आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने हाल ही में कहा कि राजस्थान की प्राकृतिक संपदा का सही उपयोग कर इसे देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाया जा सकता है। बता दें, राजस्थान सरकार की जनहितैषी योजनाएं, कुशल वित्तीय प्रबंधन, और नीतिगत निर्णय राज्य को आर्थिक प्रगति के पथ पर ले जा रहे हैं। 2023 में 11.04% की GDP वृद्धि दर के साथ राजस्थान उत्तर भारत में पहले और देश में दूसरे स्थान पर रहा था। यह गति न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही है, बल्कि भारत को 2027-28 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
शीर्ष 10 राज्यों की GDP सूची
2024-25 के लिए अनुमानित आंकड़ों के अनुसार, भारत के शीर्ष 10 राज्यों की GSDP सूची इस प्रकार है- महाराष्ट्र: 42.67 लाख करोड़ रुपये तमिलनाडु: 31.55 लाख करोड़ रुपये कर्नाटक: 28.09 लाख करोड़ रुपये गुजरात: 27.90 लाख करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश: 17.05 लाख करोड़ रुपये आंध्र प्रदेश: 11.10 लाख करोड़ रुपये राजस्थान: 10.57 लाख करोड़ रुपये केरल: 8.62 लाख करोड़ रुपये
पश्चिम बंगाल: 6.78 लाख करोड़ रुपये मध्य प्रदेश: 6.50 लाख करोड़ रुपये