उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना का संचालन पूर्ण पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ हो ताकि किसी भी जरूरतमंद को इसका लाभ लेने में कोई कठिनाई न हो। खींवसर ने कहा कि यह योजना गरीब, जरूरतमंद और सामान्य वर्ग के लिए जीवनदायी सिद्ध हो रही है।
त्वरित क्लेम निपटान और सुगम उपचार प्रक्रिया पर ज़ोर
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में उपचार प्रक्रिया को सरल और समयबद्ध बनाया जाए तथा क्लेम निपटान की प्रणाली को त्वरित किया जाए, ताकि अस्पतालों को भुगतान समय पर हो और मरीजों को बेहतर सेवा मिल सके।
राजस्थान बना देश का अग्रणी राज्य
स्वास्थ्य बीमा के क्षेत्र में राजस्थान ने देश में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। खींवसर ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हर नागरिक की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित हो और उन्हें विश्व स्तरीय उपचार निःशुल्क मिल सके। उन्होंने बीमा कंपनियों के साथ संवाद कर प्रतिस्पर्धी प्रस्तावों का भी गहन विश्लेषण किया।
राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को मिली नई दिशा
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना न केवल नागरिकों के लिए बल्कि राज्य की चिकित्सा व्यवस्था के लिए भी परिवर्तनकारी सिद्ध हो रही है। इससे निजी और सरकारी अस्पतालों की आय में वृद्धि हुई है तथा उनमें उच्च स्तरीय सुविधाओं का विकास संभव हो सका है।
एम्पेनलमेंट नियम सरल, पैकेज 2300 से अधिक
प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि अब तक योजना में 2300 से अधिक पैकेज शामिल किए जा चुके हैं। अस्पतालों के एम्पेनलमेंट के नियमों को सरल बनाया गया है और इंटर स्टेट पोर्टेबिलिटी लागू की गई है जिससे देशभर में कहीं भी लाभ लिया जा सकता है।
हर दिन 8 हजार से अधिक लोग ले रहे लाभ
राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी (RSHA) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रियंका गोस्वामी ने बताया कि अब तक योजना में 1 करोड़ 34 लाख परिवार पंजीकृत हैं और प्रतिदिन औसतन 8 हजार से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं।