उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार नहीं, बल्कि सर्कस चल रहा है। कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, बजरी माफिया खुलेआम हावी है और भाजपा विधायक थानों में अधिकारियों की कुर्सी पर बैठकर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक थानों में बैठकर पुलिस को धमकाते हैं और हिंदू-मुस्लिम के नाम पर समाज को बांटने की साजिश रच रहे हैं, ताकि असल मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके।
आपात बैठक बुलाने की मांग की
गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए तत्काल आपात बैठक बुलाने की मांग की है। डोटासरा ने कहा कि बारिश और बाढ़ से प्रदेश में भारी तबाही मची है, लेकिन सरकार इस संकट के प्रति उदासीन बनी हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में जाकर स्थिति का आकलन करने और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दें। डोटासरा ने हाल की बाढ़ और बारिश से हुई तबाही पर सरकार की चुप्पी को अमानवीय करार दिया। उन्होंने कहा कि 12 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, गांव उजड़ गए, लेकिन मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट तक नहीं किया।
रोजगार का कोई ठोस खाका नहीं
उन्होंने सरकार पर रोजगार नीति की कमी का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा केवल आयोजनों और जयंती समारोहों में व्यस्त है, जबकि युवाओं के लिए रोजगार का कोई ठोस खाका नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि खाली घोषणाओं से पेट नहीं भरता। भाजपा विधायकों के थानों में हस्तक्षेप पर डोटासरा ने कहा कि हमारे समय में एक जिले के लिए जितना बजट खर्च होता था, उतना ये डेढ़ साल में उड़ा चुके हैं, लेकिन जमीनी काम कहीं दिखता नहीं। विधायक थानों में अफसरों की कुर्सी पर बैठ रहे हैं, जो गलत परंपरा है। जनप्रतिनिधि और अफसरों की भूमिका अलग होती है। सत्ता का मतलब मर्यादा तोड़ना नहीं है।
निकाय चुनावों में देरी पर जताया आक्रोश
निकाय चुनावों में देरी पर डोटासरा ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की बुनियाद को कमजोर कर रही है। वे चुनाव नहीं कराना चाहते, ताकि मनमाने ढंग से मनोनीत प्रतिनिधि नियुक्त कर सकें। अपने पांच साल के कार्यकाल पर डोटासरा ने दावा किया कि उन्होंने संगठन को मजबूत करने का काम किया है और कांग्रेस आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच जमीन से जुड़े मुद्दे लेकर जा रहे हैं और लोगों का भरोसा जीत रहे हैं।