दरअसल, पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है, जिसमें लेफ्टिनेंट विनय नरवाल सहित कई लोगों की मौत हो गई। लेफ्टिनेंट की पत्नी हिमांशी नरवाल की अपने पति के शव के पास बैठी तस्वीर वायरल होने के बाद देशभर में भावनात्मक प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। इस दुखद घटना के चलते गहलोत ने अपने जन्मदिन समारोह को रद्द करने का फैसला किया।
गहलोत 3 मई को नहीं मनाएंगे जन्मदिन
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कहा कि पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने हम सभी को अंदर तक व्यथित कर दिया है। परिवार के साथ सुखद समय बिताने के उद्देश्य से गए लोगों के लिए यह यात्रा एक जीवन भर का दुख दे गई। अभी तक उन परिवारों की मनोस्थिति सोचकर मन सिहर उठता है जिनके परिजनों को उनके सामने मार दिया गया। ऐसे समय में मैंने इस वर्ष 3 मई को अपना जन्मदिन न मनाने का फैसला किया है। मेरी सभी प्रशंसकों एवं कार्यकर्ताओं से अपील है कि इस दिवस पर अगर आपने कोई कार्यक्रम प्रस्तावित किया है तो मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए इसे रक्तदान शिविर एवं सेवा कार्यों तक ही सीमित रखें। इसके अतिरिक्त किसी तरह का जश्न न मनाएं।
यह उन सभी दिवंगत आत्माओं को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि है और उनके परिवारों के प्रति एकजुटता का प्रतीक है। इस दुख की घड़ी में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
हमले में कुल 28 लोगों की मौत
बता दें, 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हुआ एक घातक आतंकवादी हमला था। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े सहयोगी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने जिम्मेदारी ली थी, जो बाद में मुकर भी गए थे। इस हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया। हमले में कुल 28 लोगों की मौत हुई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे और 20 से अधिक लोग घायल हुए। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी में सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था।