जल संसाधन और जलदाय दोनों विभागों के अफसर मौसम वैज्ञानिकों के संपर्क में है। मानसून आने का संभावित समय और बीच में गर्मी कम होने की जानकारी ली जा रही है। ताकि, समय रहते पानी की आपूर्ति की प्लानिंग की जा सके। प्रदेश के बांधों में दो माह पहले 44.84 प्रतिशत पानी था, जो अब घटकर 40.90 प्रतिशत रह गया। वहीं पिछले एक माह की बात करें तो बांधों में 43.36 प्रतिशत पानी था, जो अब घटकर 40.90 प्रतिशत रहा गया है। कुछ ही समय में पानी की निकासी का यह अंतर परेशान करने वाला है। राजस्थान में छोटे-बड़े 691 बांध हैं।
बीसलपुर से सबसे ज्यादा निकासी
प्रदेश के बड़े बांधों में सबसे ज्यादा पानी की निकासी बीसलपुर बांध से हुई है। एक माह में ही 3.30 प्रतिशत पानी घट गया है। जबकि, अन्य बांधों में घटने का प्रतिशत तुलनात्मक कम है। माही बजाज सागर में 1.39 प्रतिशत, गलवा बांध में 1.30 प्रतिशत, पार्वती में 1.95 प्रतिशत, टोरडीसागर बांध में 1.36 प्रतिशत पानी घटा है। बांधों में पानी की स्थिति
1. छोटे बांध: 408 बांध हैं, जहां अभी 89.72 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी बचा है। पहले 96.65 एमक्यूएम था। यानि 10.89 प्रतिशत है।
2. मध्यम श्रेणी के बांध: 260 बांधों में 827.98 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी है, जो पहले 902.06 एमक्यूएम था। यानि 20.84 प्रतिशत है।
3. बड़े बांध: प्रदेश में 22 बड़े बांध हैं। यहां अभी 4358.14 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी है। जबकि, पहले भराव 4466.06 एमक्यूएम था। यानि 53.77 प्रतिशत है।