पूर्व में छह आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में पहले ही सुरेश कुमार, प्रहलाद कुमावत, ओमप्रकाश, भूपेश, वशुल और सन्नी कुमार को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने जयपुर निवासी एक बुजुर्ग को मोबाइल पर ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर अदालत का दृश्य दिखाया और गिरफ्तारी का भय दिखाकर उनसे 23.56 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। साइबर गिरोह ठगी की रकम को छिपाने और आगे बढ़ाने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर रहा था।
गैंग का मास्टरमाइंड है आरोपी
आरोपी रेहान को इस अंतरराज्यीय साइबर अपराध गिरोह का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, जिसने कई शहरों में इसी तरह लोगों को ठगा है। आरोपियों ने पीड़ित को खुद को पुलिस अधिकारी बताकर झांसे में लिया और डरा धमकाकर 23.56 लाख रुपए ऐंठ लिए। कॉलर ने बुजुर्ग पर मनी लॉन्ड्रिंग केस में शामिल होने का आरोप लगाकर डराया था।
पुलिस ने की सतर्कता बरतने की अपील
जयपुर पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को साइबर अपराधों के प्रति सचेत रहने और सतर्कता बरतने की अपील की है। अनजान नंबरों से कॉल आने व डराने धमकाने की घटना होने पर तुरंत साइबर थाना पुलिस को सूचित करने की बात भी एडवाइजरी में कही गई है। पुलिस को सूचना समय पर मिलने से पीड़ितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।