पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ विनीत कुमार बंसल ने बताया कि 28 जून 2025 को छोटीसादड़ी थानाधिकारी प्रवीण टांक की टीम ने राकेश राठौर नामक अपराधी को एक देशी ऑटोमेटिक पिस्टल और दो खाली मैगजीन के साथ पकड़ा था। राकेश से मिली जानकारी पर नागदा निवासी सलमान पुत्र शेरखान को दबोचा गया, जिसके पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और जिंदा कारतूस जब्त किए गए।
तफ्तीश में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड गुलाम हुसैन है, जो उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के नक्काशी मोहल्ला टोला का निवासी है। गुलाम हुसैन ‘प्रवीण उर्फ अंकल गैंग’ का अहम सदस्य है और प्रतिबंधित हथियारों और 9 एमएम के कारतूसों की सप्लाई करता था। इन हथियारों को वह राकेश के माध्यम से सलमान तक पहुंचाता था।
गौरतलब है कि गुलाम हुसैन को पहले भी 19 मार्च 2025 को रसूलपुर (यूपी) में पुलिस मुठभेड़ के दौरान तीन पिस्टल के साथ पकड़ा गया था और उस मुठभेड़ में उसे पैर में गोली भी लगी थी। फिलहाल वह जमानत पर बाहर था।
यह ऑपरेशन डीजीपी राजस्थान के निर्देशानुसार एसपी प्रतापगढ़ विनीत बंसल और एएसपी परबतसिंह के नेतृत्व में हुआ। छोटीसादड़ी थाना और AGTF जयपुर की टीमों ने मिलकर यह अभियान अंजाम दिया। टीम में प्रवीण टांक, एसआई निर्भय सिंह, एएसआई अर्जुन सिंह, हेड कांस्टेबल मगनलाल, सुरेश चंद, धोलापानी थानाधिकारी रविंद्र पाटीदार, और AGTF जयपुर के इंस्पेक्टर सुभाष सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों की सराहनीय भूमिका रही।
गुलाम हुसैन की गिरफ्तारी से ‘अंकलगैंग’ के अन्य सदस्यों और पूरे नेटवर्क की गतिविधियों पर पुलिस की नजर है। इस नेटवर्क से जुड़ी कई और अहम जानकारियां मिलने की संभावना है। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है और गहन अनुसंधान जारी है।