अप्रेल से जून 2025 तक वित्तीय स्थिति
1- प्रदेश के खजाने में आई कुल राशि- 70327.80 करोड़ रुपए2- करों से प्राप्त राजस्व- 45664.34 करोड़ रुपए
3- खनन आदि से प्राप्त राजस्व (करों के अतिरिक्त)- 4492.01 करोड़ रुपए
4- ऋण आदि के रूप में आए- 17175.70 करोड़ रुपए।
कर राजस्व: इनमें रहे पीछे
1- जीएसटी से 10606.10 करोड़ रुपए2- स्टांप व पंजीयन फीस से 2896.95 करोड़ रुपए
3- आबकारी शुल्क से 3860.69 करोड़रुपए
ध्यान दें, तो सुधरेंगे हालात
विषम भौगोलिक परिस्थितियां चुनौती हैं, लेकिन अब रिफाइनरी से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। पर्यटन, कृषि आधारित उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य व परिवहन जैसे क्षेत्रों में भी काफी संभावना है, लेकिन सरकारी नौकरियां नहीं मिल रहीं। कर्नाटक, गुजरात जैसे राज्यों में मजबूत आधारभूत ढांचा है, राजस्थान भी इस पर ध्यान दे।डॉ. सच्चिदानंद मुखर्जी, प्रोफेसर, राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान