निलंबित कार्मिकों में अध्यापिका विभा खांडल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी फारूख खान, अध्यापक लेवल-2 सोनू विश्नोई, वरिष्ठ अध्यापक सोनू गोयल, सोहललाल महावर और वरिष्ठ सहायक मुकेश कुमार मेहरा शामिल हैं। इन्हें बूथ लेवल अधिकारी के रूप में नियुक्त कर कार्यग्रहण के आदेश दिए गए थे, लेकिन बार-बार नोटिस और आदेश जारी होने के बावजूद इन्होंने न तो कार्यभार ग्रहण किया और न ही निर्वाचन कार्यालय में उपस्थित हुए।
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी ने बताया कि इन कार्मिकों का यह रवैया न केवल अनुशासनहीनता का उदाहरण है, बल्कि इससे निर्वाचन प्रक्रिया भी बाधित हुई है। निर्वाचन आयोग के निर्देशों की अवहेलना, लापरवाही और उदासीनता को गंभीर मानते हुए इन सभी को निलंबित किया गया है।