Blackout in Jaipur: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर राजस्थान के 30 जिलों में बुधवार को युद्धकालीन मॉक ड्रिल आयोजित की गई। शाम 4 बजे सायरन बजने के साथ ही राहत एवं बचाव एजेंसियों की तैनाती और आपस के सामंजस्य की जांच की गई। अब जयपुर सहित राज्य के कई संवेदनशील जिलों में रात के समय ‘ब्लैकआउट’ अभ्यास किया जाएगा।
जयपुर के जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट के दौरान नागरिकों की सुरक्षा और संयम बनाए रखने को लेकर 19 महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि यह केवल अभ्यास है, किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सभी को पूरा सहयोग देना जरूरी है।
ब्लैकआउट में क्या करें और क्या नहीं?
1. सायरन बजने पर तुरंत घरों में शरण लें। 2. घर, दुकान, संस्थान की सभी लाइटें बंद करें। 3. अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, सड़कों पर आवाजाही से बचें।
4. प्रशासन व पुलिस के निर्देशों का पालन करें। 5. ड्रिल समाप्ति की सूचना के बाद ही सामान्य गतिविधि शुरू करें। 6. बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों की विशेष सहायता करें। 7. सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की अफवाह या झूठी सूचना न फैलाएं।
8. भ्रामक वीडियो, मैसेज शेयर करने से बचें। 9. किसी को डराने या भय फैलाने का प्रयास न करें। 10. आपात सेवाओं को बाधित न करें और इनकी राह में अवरोध न बनें।
11. मोबाइल चार्ज रखें, फ्लैशलाइट या टॉर्च पास में रखें। 12. वाहनों की हेडलाइट्स व मोबाइल फ्लैशलाइट का उपयोग न करें। 13. पानी, सूखा खाद्य पदार्थ, फर्स्ट एड किट साथ रखें। 14. महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबर सेव रखें – पुलिस, अस्पताल, सिविल डिफेंस।
15. गांव, मोहल्लों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें। 16. संदिग्ध गतिविधि की तत्काल सूचना पुलिस को दें। 17. ब्लैकआउट के दौरान संयम और शांति बनाए रखें। 18. आपसी सहयोग और भाईचारे की भावना रखें।
19. यह अभ्यास है- घबराएं नहीं, सतर्क और जागरूक रहें।
अधिकारियों को भी दिए निर्देश
बता दें, गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार आज शाम जयपुर जिले में पूर्ण ब्लैकआउट मॉक ड्रिल आयोजित होगी। सायरन बजने के बाद पूरे शहर में लाइटें बंद की जाएंगी। कलेक्टर ने समस्त उपखंड अधिकारियों और उपखंड मजिस्ट्रेट को निम्नलिखित निर्देश दिए-
1. सायरन बजते ही अपने-अपने क्षेत्र में लाइटें बंद करवाना सुनिश्चित करें। 2. आमजन को जागरूक करते हुए मोबाइल टॉर्च, टॉर्च, इन्वर्टर, यूपीएस, और सोलर पैनल से जलने वाली लाइटें बंद करवाएं। 3. शिक्षण संस्थानों और छात्रों को पूर्व सूचना देकर इस अभ्यास में शामिल करें।
4. PWD और NHAI अधिकारी जयपुर-दौसा राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग, और अन्य सड़क मार्गों पर स्ट्रीट लाइटें बंद करवाएं। 5. नगर निगम, नगर परिषद, और अधिशासी अधिकारी अपने क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटें बंद करवाना सुनिश्चित करें।
यहां देखें वीडियो-
ब्लैकआउट का क्या है उद्देश्य?
बताते चलें कि जयपुर सहित राजस्थान के उच्च और मध्यम संवेदनशील जिलों में रात के दौरान ब्लैकआउट किया जाएगा। इस दौरान नागरिकों को दिखाया जाएगा कि बिजली नहीं होने की स्थिति में किस प्रकार से सुरक्षा, संवाद और समन्वय सुनिश्चित किया जा सकता है। इसके माध्यम से आपात स्थिति में नागरिकों और एजेंसियों की प्रतिक्रिया क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा।
गृह मंत्रालय ने इस मॉक ड्रिल की समग्र रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिसे केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा। यह रिपोर्ट भविष्य में किसी संभावित युद्ध या आतंकी हमले जैसी आपातकालीन स्थिति में निर्णय लेने में मददगार साबित होगी।