राज्य सरकार द्वारा बजट 2024-25 में की गई घोषणा के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (RMSCL) की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने RDPL परिसर का व्यापक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान RDPL के विशेषाधिकारी और अन्य निगम अधिकारी भी उपस्थित रहे। गिरि ने उत्पादन क्षेत्र, गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला, भंडारण व्यवस्था, मुख्य भवन और परिसर की स्थिति का जायजा लिया। बताया गया कि यह फैक्ट्री औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है और इसके अधीन लगभग 10 एकड़ भूमि है।
मशीनों की स्थिति और आगजनी की जांच रिपोर्ट तलब
निरीक्षण के दौरान उन्होंने परिसर में स्थापित मशीनों और उपकरणों की क्रियाशीलता की स्थिति देखी और आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने फैक्ट्री से जुड़ी न्यायिक मामलों की जानकारी भी ली।
प्रबंध निदेशक ने वर्ष 2016 में हुई आगजनी की घटना की जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने निदेशक मंडल के सदस्यों, वर्तमान कर्मचारियों, वित्तीय स्थिति और देनदारियों की समेकित जानकारी प्रस्तुत करने को भी कहा।
बुनियादी सुविधाओं का भी लिया जायजा
गिरि ने RDPL परिसर की जल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति, बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण और भंडारण के चिन्हित स्थानों की भी स्थिति का मूल्यांकन किया। उन्होंने आवश्यक सुधार और पुनः संचालन की दिशा में स्पष्ट संकेत दिए। सरकार के इस कदम से प्रदेश में दवाओं के स्थानीय निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। वर्षों से बंद RDPL का फिर से शुरू होना राज्य के औषधि क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।