दरअसल, केन्द्र सरकार ने राज्यों को सहकारिता क्षेत्र में 54 कार्य सौंपे हैं, जिनके तहत यह आयोजन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अमित शाह सहकारिता मंत्री के रूप में इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सहकारिता सम्मेलन के आयोजन से राजस्थान में सहकारी संस्थाओं को मजबूत करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
CM भजनलाल ने दिया था न्यौता
बता दें, इससे पहले 29 मई को दिल्ली में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शाह से मुलाकात कर उन्हें इस आयोजन के लिए आमंत्रित किया था। इस दौरान सीएम ने प्रदेश में सहकारिता से जुड़ी योजनाओं जैसे पैक्स के कम्प्यूटरीकरण, ‘म्हारो खातो म्हारो बैंक’, गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना और ‘सहकार से समृद्धि’ अभियान की प्रगति की जानकारी दी थी। यह सम्मेलन सहकारिता क्षेत्र में नई पहल और योजनाओं को गति देने का अवसर प्रदान करेगा।
संगठन-सरकार के मुद्दों पर भी चर्चा
अमित शाह का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि वे अपने दौरे के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ सरकार और संगठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। प्रदेश में मदन राठौड़ के प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद करीब साढ़े चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन नई कार्यकारिणी की घोषणा अभी तक नहीं हो सकी है। राठौड़ ने कार्यकारिणी के लिए नामों की सूची केन्द्रीय नेतृत्व को भेज दी है, लेकिन अभी इसकी स्वीकृति का इंतजार है। शाह के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी विचार-विमर्श होने की संभावना है।