Rajasthan: आया सस्ते हवाई सफर का मौसम… सामान्य फेयर रेंज में उपलब्ध हो रहे टिकट, किराया घटकर रह गया इतना
एयर ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि मानसून के समय हिल स्टेशन और टूरिस्ट डेस्टिनेशन की बुकिंग घट जाती हैं। कारण कि लोग बारिश में ऐसी जगह जाने से बचते हैं।
राजस्थान में मानसून की दस्तक और स्कूल, कॉलेजों की छुट्टियों के खत्म होते ही एयर ट्रैफिक में गिरावट आई है। इसका सीधा असर हवाई किराए पर पड़ा है। स्थिति ये है कि एयरलाइंस कंपनियों ने जयपुर से दिल्ली, मुंबई, पुणे, कोलकाता समेत कई रूट्स का किराया घटा दिया है। ऐसे में जो टिकट गत सप्ताह तक डेढ़ से दो गुना दामों पर बिक रहे थे, वे अब सामान्य फेयर रेंज में उपलध हो रहे हैं।
सीजन में प्रमुख रूटों का हवाई किराया अमूमन दस हजार पार रहता है। दरअसल, गत महीनों में जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रीभार 15 हजार तक चल रहा था, जो वर्तमान में 12 हजार तक पहुंच गया है। इसके साथ ही हवाई किराए की तुलना करें तो, अप्रेल-मई माह में जयपुर से श्रीनगर का सामान्य 12 हजार से 37 हजार रुपए तक पहुंच गया था, जो इस महीने बुकिंग करने पर 5512 रुपए से 11 हजार 670 रुपए लग रहा है।
ऐसे ही जयपुर से देहरादून का किराया 11 हजार रुपए तक पहुंच गया था, जो अब 3945 रुपए से 6061 रुपए तक तो चंडीगढ़ का हवाई किराया 7500 रुपए से घटकर 3579 से 6 हजार रुपए तक लग रहा है। ऐसे ही स्थिति जयपुर से पुणे, मुंबई, कोलकाता, बेंगलूरु रूट पर देखी जा रही है।
बारिश में लोग कम दिखा रहे रूचि
इस संबंध में एयर ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि मानसून के समय हिल स्टेशन और टूरिस्ट डेस्टिनेशन की बुकिंग घट जाती हैं। कारण कि लोग बारिश में ऐसी जगह जाने से बचते हैं। इसके चलते एयरलाइंस कंपनियां ऑफ सीजन सेल या फ्लैश डिस्काउंट्स निकालती हैं और किराया घटा देती है। इस बार यह रेट 15 अगस्त तक स्थिर रहने की संभावना है।
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नोटम हटा, फ्लाइट और उम्मीद दोनों बढ़ी
इधर, जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मार्च महीने से सुबह दस से शाम छह बजे तक लग रहा नोटम मंगलवार से हट गया है। बंद हुई सात फ्लाइट का संचालन फिर से शुरू हो गया है। ऐसे में उम्मीद है कि यात्रीभार में भी वृद्धि होगी। दोपहर में फ्लाइट के पुन संचालित होने से यात्रियों को भी लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है कि अब फ्लाइट की संख्या 53 से बढ़कर 60 तक पहुंच गई है।