International Firefighters Day 2025: आग बुझाने के उपकरण तक उपलब्ध नहीं
वर्ष 2017 में नगरसेना को
फायरब्रिगेड की व्यवस्था सौंपी गई थी। इससे पहले निगम यह जिमेदारी निभाता था। इसके तहत छह कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर रखा गया, लेकिन उसके बाद से कोई स्थायी भर्ती नहीं हुई। फायर सेटी नियमों की प्रशासन, निगम व पुलिस करती है अनदेखी: जिले के कई सरकारी और मल्टी स्टोरी निजी भवनों में आग बुझाने के उपकरण तक उपलब्ध नहीं हैं। फायर सेटी नियमों की अनदेखी जान-माल के नुकसान का सबब बन गई है।
हाल ही में निगम के एक फायर सेटी जांचकर्ता ने एक मल्टी स्टोरीज को फायर सेटी सर्टीफिकेट जारी करने लापरवाही बरती है। उसने किसी अन्य पते पर ही अप्रूवल कर दिया। इसकी शिकायत आवेदनकर्ता ने जनप्रतिनिधियों, प्रशासन व पुलिस से की है। इस बारे में जागरुक जनो ने कहा है कि फायर सेटी के प्रति जागरूकता बढ़ाने की बजाए लापरवाही बरतना खतरनाक है।
18 जवानों की टीम आपातकालीन सेवाएं संभाल रही
30 की जरूरत, लेकिन 8 साल से स्पेशल 18 के कंधों पर हैं जिम्मेदारी, इन्हें देते हैं ट्रेनिंग नगरसेना के कमांडेंट एसके मार्बल ने बताया कि शासन द्वारा जारी मापदंडों के मुताबिक जगदलपुर जिस कैटगिरी में आता है उसके तहत 30 लोगों की जरूरत हैं। लेकिन अभी फिलहाल उनके पास 18 जवानों की टीम आपातकालीन सेवाएं संभाल रही है, जिसमें निगम के 6 और होमगार्ड के 12 जवान शामिल हैं।
इनमें से अधिकांश को केवल संक्षिप्त प्रशिक्षण दिया गया है। लेकिन इन्हें काम करते हुए करीब 8 साल हो गए हैं इसलिए यह काफी हद तक स्किल्ड हो चुके हैं। इन्हें समय समय पर शॉर्ट ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाता है। नगरसेना के कमांडेंट एसके मार्बल ने बताया कि उनके पास 6 बड़ी
फायर ब्रिगेड की मशीनें है। इसमें काम करने वाले सभी 18 कर्मचारी 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहते हैं।
इमारतों तक में आग बुझाने के लिए पर्याप्त
International Firefighters Day 2025: यदि आग बड़ी रहती है तो रोटेशन पॉलिसी के तहत लगातार आग बुझाने के लिए यह टीम काम करती रहती है। इसके लिए दो अलग अलग जगह इन मशीनों को रखा गया है जिससे की आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके। हमारे पास हाइड्रेंट वैन, फायर सुट, समेत अन्य आधुनिक संसाधन हैं। इसके अलावा बुलेट से लेकर फायरब्रिगेड की बड़ी मशीन तक की व्यवस्था है। जो छोटी सी छोटी जगह से लेकर उंची-उंची इमारतों तक में आग बुझाने के लिए पर्याप्त हैं।