गर्भधारण में भी मदद
कई महिलाओं को गर्भधारण में समस्या आती है। ऐसे में विशेषज्ञ गर्भधारण के लिए अनुकूल स्थिति बनाने में भी मददगार बन रहे हैं। विशेषज्ञ ऐसे केस में उदरवस्ती, कुछ योग, प्राणायाम, फल घृत, चिंतामणि रस, गर्भपाल रस, स्वर्ण योग जैसी औषधि देते हैं। उपचार और औषधि विशेषज्ञों कीनिगरानी में ही दी जाती हैं।गर्भ संस्कार की महत्वपूर्ण भूमिका
गर्भधारण के बाद महिला को विशेषज्ञों की निगरानी में कुछ योगासन (Yogasana during Pregnancy) कराए जाते हैं। पहले तीन महीने के बाद गर्भ संस्कार शुरू होते हैं। ध्यान, त्राटक कराया जाता है, ताकि गर्भवती को एंजायटी, बीपी की समस्या ना हो और शिशु स्वस्थ हो। औषधियुक्त भोजन और खीर भी दी जाती है।जटिल केस रेफर
गर्भवती के वे केस जिनमें किसी भी प्रकार कि जटिलता होती है या सर्जरी की आवश्यकता होती है, तो उन्हें जिला अस्पताल या मेडिकल रेफर किया जाता है।