जबलपुर का डुमना एयरपोर्ट प्रदेश के सबसे पुराने हवाई अड्डों में शुमार है। इंदौर और भोपाल के बाद इसे प्रदेश के बड़े एयरपोर्ट में माना जाता है। हाल ही में डुमना एयरपोर्ट का विस्तार भी किया गया है लेकिन यहां से एयर कनेक्टिविटी की स्थिति बेहद खराब है। हाल ये है कि इस पुराने एयरपोर्ट से अब महज पांच फ्लाइट ही चल रहीं हैं।
डुमना एयरपोर्ट की इस दुरावस्था को लेकर एमपी हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी जिसपर कोर्ट ने सुनवाई की। एयरपोर्ट से पुअर एयर कनेक्टिविटी पर गुस्साए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने साफ शब्दों में कहा कि क्यों न जबलपुर एयरपोर्ट बंद कर दिया जाए। इसे लेकर कोर्ट ने विमानन कंपनियों पर भी सख्ती दिखाई।
विमान कंपनियों से पूरा कमर्शियल डाटा तलब किया
हाईकोर्ट ने विमान कंपनियों से पूरा कमर्शियल डाटा तलब किया है। तीन बिंदुओं पर शपथ पत्र के साथ जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही प्रदेश के एविएशन विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी से भी शपथ पत्र में जवाब मांगा है।