यह कहना है एनईईटी (नीट)-यूजी के परीक्षार्थियों का। परीक्षा के 11 सेंटर्स के रिजल्ट पर हाईकोर्ट ने अव्यवस्था व बिजली गुल होने से रोक लगाई है। इस पर सोमवार को कुछ परीक्षार्थियों ने इंटरविनर अप्लीकेशन दायर कर बिजली गुल होने के कारण किसी तरह की परेशानी नहीं होने की बात कही। दूसरी ओर हाईकोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से भी जवाब पेश कर दिया गया। सरकार के जवाब को पढ़ने और जवाब देने को कोर्ट ने 2 दिन समय देते हुए अगली सुनवाई 22 मई को करने का निर्णय लिया।
खराब मौसम के चलते परेशान हुए थे परीक्षार्थी
डॉक्टर बनने का सपना रखने वाले छात्रों के लिए 4 मई को इंदौर सहित पूरे देश में नीट-यूजी की परीक्षा हुई थी। इसके लिए इंदौर में 24 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा के दिन मौसम बदला और जोरदार वर्षा के साथ ही 100 किमी प्रतिघंटे से भी ज्यादा गति से हवा चली थी। इस वजह से शहर में बिजली और यातायात व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो गई थी। परीक्षा केंद्रों में वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने की वजह से परीक्षार्थियों को मोमबत्ती की रोशनी में परीक्षा देनी पड़ी। कई केंद्रों पर तो मोमबत्ती का इंतजाम भी नहीं था।
देशभर में रिजल्ट जारी करने के दिए थे आदेश
इसी अव्यवस्था को लेकर हाईकोर्ट में कुछ परीक्षार्थियों ने याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने पहले देशभर की एनईईटी-यूजी परीक्षा के रिजल्ट पर रोक लगा दी थी। वहीं केंद्र सरकार की अर्जी पर हाईकोर्ट ने अपने आदेश में संशोधन करते हुए इंदौर के 11 सेंटर्स जहां बिजली गुल रही थी, वहां के रिजल्ट को छोड़ बाकी जगह के रिजल्ट जारी करने की इजाजत दे दी थी।