आयोग की चयन प्रक्रिया पर उठे सवाल
आयोग ने इंटरव्यू की तारीखें घोषित की। 11 विभागों में 110 पदों पर भर्ती के लिए 339 उम्मीदवारों को बुलाया है। 8 अगस्त से अभ्यर्थियों को इंटरव्यू लेटर मिलेंगे। हालांकि चयन प्रक्रिया की यह गति न तो उम्मीदवारों की उम्मीदों पर खरी उतरती है और न ही प्रशासनिक तंत्र की जरूरतों पर। इसी लेटलतीफी के चलते उमीदवार आयोग से दूरी बनाने लगे हैं। बता दें, पूर्व में भी कई अभ्यर्थियों ने आयोग की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। लेट-लतीफी को लेकर हमेशा ही आयोग की कार्यप्रणाली अभ्यर्थियों के निशाने पर रही।
नई व्यवस्था, फिर भी पुराने सवाल
आयोग ने इस बार इंटरव्यू फार्मेट में थोड़ा बदलाव किया है। उमीदवारों को एक अलग फॉर्म भरना होगा जिसमें उपनाम, ईमेल, मोबाइल नंबर जैसी व्यक्तिगत जानकारी नहीं देनी होगी। यह गोपनीयता बनाए रखने के उद्देश्य से किया है।
फिर उठेगा वही सवाल: समय पर क्यों नहीं?
हर साल एमपीपीएससी की चयन प्रक्रिया की धीमी रफ्तार पर सवाल उठते हैं। इस बार भी राज्य सेवा परीक्षा से फाइनल इंटरव्यू तक एक साल का लंबा समय लग चुका है। परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का कॅरियर इस धीमी प्रक्रिया के कारण लंबे समय तक अधर में लटका रहता है। उमीदवारों का कहना है कि इंटरव्यू इतने लेट कर दिए गए हैं कि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि राज्य सेवा परीक्षा-2025 की तैयारी करें या नहीं। यदि इंटरव्यू में सिलेक्शन नहीं हुआ तो वे आगे क्या करेंगे। एमपी पीएससी ने जारी किए शेड्यूल
- एमपीपीएससी ने भर्ती के शेड्यूल जारी किए हैं।
- पद 110
- चयनित अभ्यर्थी 339(6 मुख्य सूची, 33 प्रोविजनल)
- इंटरव्यू शुरू 18.08.25
- पैनल 3 (इंटरव्यू पैनल, प्रतिदिन 30-40 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार)
- इंटरव्यू लेटर 8 अगस्त से जारी