अंजनेश ने सभी को हिदायत भी दी कि यह अनौपचारिक बैठक है, इसलिए इसकी जानकारी या फोटो बाहर न जाए। कुछ जोनल अधिकारियों ने दावा किया-बैठक में गोलू शुक्ला भी थे। उन्होंने बारिश से पहले तैयारियां करने के निर्देश दिए। कहीं गड्ढे न हो। अंत में अफसर ने कहा, विधायक के बेटे भी थे, पर वे अपने कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहे थे। मामला खुला तो कुछ पार्षद भी खफा हो गए। वे बोले-जब वार्ड में उन्हीं की पार्टी के पार्षद हैं, तो वार्ड प्रभारी बनाने की क्या जरूरत थी?
मैं मीटिंग कर रहा था
ऐसा कुछ नहीं है। मैंने मोहल्ला चौपाल मीटिंग शुरू की है। हर मोहल्ले में लोगों से मीटिंग कर समस्याएं जानता हूं। उसके पहले मैंने सभी विभागों के अफसरों को बुलाया था। इसमें निगम ही नहीं, बाकी विभागों के अफसर भी थे। इसके अलावा कोई मीटिंग नहीं हुई। किसी ने गलत जानकारी दी है।
गोलू शुक्ला, विधायक
मुझे जानकारी नहीं
ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। यदि कोई उचित जानकारी आती है तो मामले को देखेंगे।- शिवम वर्मा, निगमायुक्त