शहर में खुल रहे नए कैफे
फूड एक्सपर्ट का कहना है कि शहर में खुल रहे नए कैफे और रेस्टोरेंट्स खासकर स्कीम नं. 140 और 170 के साथ ही शहर में कई स्थानों पर ऐसे रेस्टोरेंट्स की एक नई शृंखला खुल गई है। बदलते फूड कल्चर और यंग जनरेशन की ग्लोबल टेस्ट में बढ़ती दिलचस्पी ने शहर के फूड दृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। अब यहां कोरियन रायोन, जापानी सुशी, यूरोपियन पेस्ट्रीज और मॉलेक्युलर डेजर्ट्स सामान्य होते जा रहे हैं।
शहर में परोसे जा रहे मॉलीक्यूलर डेजर्ट
लिक्विड नाइट्रोजन आइसक्रीम लेवर बबल्स के साथ जेली कॉटन कैंडी फॉम के साथ घूमती हुई चॉकलेट स्फेयर धुएं के साथ परोसी गई मिठास। स्मोकी चॉकलेट मूस
कुछ विशेष मॉलेक्युलर व्यंजन
नाइट्रोजन से ठंडा फिंगर फूड। खुशबू छोड़ने वाले लेवर बबल्स। भाप बनकर उड़ने वाला स्वाद रसायनिक शैली में परोसे गए व्यंजन धुएं या स्मोक से भरे हुए रोल्स
इन स्थानों पर उपलब्ध कोरियन और मॉलेक्युलर फूड
स्कीम नं. 140 विजय नगर स्कीम नं. 170-178। अन्नपूर्णा रोड स्थित चाट-चौपाटी। स्कीम नं. 154 पलासिया सहित अन्य जगह कोरियन लेवर की दीवानगी
कई कैफे में अब कोरियन बीबीक्यू, किमची राइस और बुलगोगी जैसे असली कोरियन डिशेज परोसी जा रही है। इसके साथ ही के-ड्रामा जैसे फूड की दीवानगी यूथ टेस्टबड्स तक पहुंच चुकी है।
क्या है मॉलीक्यूलर व्यंजन?
खास प्रकार का ग्लोबल फूड, जिसे पारंपरिक तरीके से नहीं, बल्कि रासायनिक और भौतिक विज्ञान के प्रयोगों द्वारा तैयार किया जाता है। इसका उद्देश्य खाने में स्वाद ही नहीं, बल्कि सजावट, सुंगध, बनावट और अनुभव के आधार पर व्यंजन को विशेष और स्वादिष्ट बनाया जा रहा है। यूथ इसे काफी पसंद कर रहा है।
मॉडर्न यूरोपियन एलिगेंस
पलासिया में यूरोपियन कुजीनन जैसे क्रोक मैडम और पैन-फ्राइड सैल्मन अब इंदौर की मेन्यू में शामिल हो चुके हैं। इन व्यंजनों को को खासतौर पर शेस यूरोप से ट्रेनिंग लेकर परोस रहे हैं। इसे भी शहर के यूथ पसंद कर रहे हैं। -निमेश शाह, फूड के शौकीन।
जापानी जायके के साथ सुशी वीकेंड
लगातार खुल रहे जापानी रेस्टोरेंट्स में हर सप्ताह खास तरह के जापानी व्यंजनों के नाम पर साप्ताहिक पार्टी में पिछले सप्ताह सुशी वीक किया था। जापानी मैचा टी से लेकर तेपुरा रोल तक सब मिल रहा है। निशा मल्होत्रा, फूड ब्लागर।
मॉलेक्युलर व्यंजन का नया अनुभव
इन दिनों स्कीम नं. 178 में कई रेस्टोरेंट में मॉलेक्युलर (रसायन और टेस्ट एक्सपेरिमेंट) के साथ बनाए व्यंजन कैफे में परोसे जा रहे हैं। युवाओं को साइंस के साथ फूड का यूजन चखने को मिल रहा है।