स्थानीय प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर
जवाहर मार्ग निवासी 70 वर्षीय अशोक वर्मा का निधन हो गया था। 2011 में ‘महर्षि दधीचि देहदान अंगदान समिति’ के माध्यम से उन्होंने देहदान का संकल्प लिया था। निधन उपरांत उनके परिजनों ने तत्काल दधीचि मिशन को सूचना देकर देहदान की प्रक्रिया पूर्ण कराई। तकनीकी कारणों से नेत्रदान व त्वचादान संभव नहीं हो सका। लेकिन उनकी पार्थिव देह अंतिम यात्रा के बाद श्री अरविंदो मेडिकल कॉलेज को चिकित्सा शिक्षा हेतु समर्पित की गई। इस मौके पर स्थानीय प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया।
अशोक वर्मा ने कराया था पुत्रवधू का पुनर्विवाह
महर्षि दधीचि देहदान अंगदान समिति के संस्थापक नंदकिशोर व्यास ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा वर्मा ने अपनी दवा दुकान पर इसके लिए पोस्टर लगाकर कई लोगों को प्रेरित किया। उन्होंने अपने दिवंगत पुत्र का भी देहदान किया था और अपनी पुत्रवधू का पुनर्विवाह कर सामाजिक प्रगतिशीलता की मिसाल पेश की थी।