9 अगस्त शनिवार को रक्षाबंधन है, अगले दिन रविवार है। 15 अगस्त शुक्रवार को है, वहीं अगले दो दिन शनिवार-रविवार की छुट्टी है। ऐसे में बड़ी संया में लोग रक्षाबंधन मनाने के लिए तीन से चार दिन आना-जाना करेंगे। ऐसे ही 15 अगस्त के तीन-चार दिन भी घूमने-फिरने के रहेंगे। एक सप्ताह ट्रेनों में भारी वेटिंग और बसों, फ्लाइट के किराए में वृद्धि की गई है। बस-ट्रेन से मुंबई, पूणे, दिल्ली,
ग्वालियर, जयपुर जैसे शहरों के लिए ज्यादा आवाजाही हो रही है। लाइट से बेंगलूरु, पूणे, हैदराबाद, मुंबई ज्यादा आना-जाना होता है। रक्षाबंधन के पहले इंदौर आने और रक्षाबंधन के बाद शहर से जाने वाले लोगों की भीड़ ज्यादा है।
बस से जाने के लिए देने होंगे 5000 से अधिक
शहर से करीब 400 ट्रेवल्स की बसें संचालित हो रही है। मुंबई-पुणे से इंदौर आने का एसी-नॉन एसी का किराया सामान्य दिनों में 900 से 1200 रुपए तक होता है जो सीधा से 2 हजार से 3 हजार तक रुपए तक वसूला जा रहा है। इन दोनों रूट पर एसी का किराया का 2600 से 5400 रुपए तक ले रहे हैं, जबकि सामान्य दिनों में 1200 से 1900 रुपए तक होता है, जबकि मुंबई-पूणे का फ्लाइट का किराया 4 से 5 हजार रुपए होता है। इसी तरह ग्वालियर, जयपुर, जैसे रूटों पर भी किराया बढ़ा दिया गया है।
ट्रेनें ओवर लोड, स्लीपर में 143 वेटिंग
इंदौर से मुंबई, पुणे, दिल्ली और ग्वालियर की ट्रेनों में यात्रियों की आवाजाही ज्यादा होती है। इन ट्रेनों में सबसे ज्यादा वेटिंग है। राखी के एक दिन पहले मुंबई से इंदौर आने वाली अवंतिका एक्सप्रेस में थर्ड एसी में जहां 101 वेटिंग है, वहीं सेकंड एसी में टिकट ज्यादा बुक होने से बुकिंग ही बंद कर दी गई है। तेजस में कम वेटिंग है। पूणे-इंदौर ट्रेन में स्लीपर में 143 वेटिंग है। थर्ड-सेकंड एसी की बुकिंग फूल होने से बुकिंग बंद कर दी गई है। नई दिल्ली की ट्रेनों में 90 तक वेटिंग है। ग्वालियर इंदौर में स्लीपर, थर्ड एसी और थर्ड इकॉनामी की बुकिंग बंद कर दी है। रीवा ट्रेन में भी खासी वेटिंग है।
फ्लाइट में 4 की जगह 10 हजार किराया
बस-ट्रेन की तरह ही रक्षाबंधन के पहले इंदौर आने और बाद में इंदौर से जाने वालों की भीड़ ज्यादा है। फ्लाइट(Flight Ticket) से मुंबई, पूणे, बेंगलूरु और हैदराबाद की आवाजाही ज्यादा है। इन रूटों के दोगुना किराया बढ़ा दिया गया है। मुंबई का सामान्य तौर पर 4 से 5 हजार के बजाय 7 हजार किराया लिया जा रहा है। पूणे का 4 से 5 हजार के बजाय 10 हजार किराया कर दिया गया है। बेंगलूरु का 4 से 5 हजार के बदले 15 हजार तक वसूले जा रहे हैं। हैदराबाद का 4 हजार की जगह यात्री 10 हजार देने को मजबूर हैं। दिल्ली का किराया सामान्य ही है।