वेतन में होगी कटौती
इंदौर जिले में 6557 शिक्षक हैं। इस एप को आने वाले दिनों में एमआइएस पोर्टल से जोड़ा जाएगा। ऐसे में अगर एप ने काम नहीं किया तो कई शिक्षकों के वेतन में कटौती होगी। जिससे सभी शिक्षक घबराए हुए हैं, वहीं शिक्षक संघ भी एप के बजाय थंब मशीन रखने की मांग कर रहा है। इधर, जिला शिक्षा कार्यालय को 2 जुलाई तक भी एप पर ई अटेंडेंस देखने का एक्सेस नहीं मिला, जिससे दो दिनों में कितने शिक्षकों ने अटेंडेंस एप के माध्यम से लगाई यह जानकारी अधिकारी नहीं दे पाए।
हाफ डे माने जाने के निर्देश
दोपहर में लगने वाली शासकीय स्कूलों का समय सुबह 10.30 बजे से लेकर 5 बजे तक निर्धारित किया गया है। एप पर 8 बजे से लेकर 10.30 बजे तक अटेंडेंस मान्य है। इसके बाद उपस्थिति दर्ज होने पर हाफ डे माने जाने के निर्देश हैं। शाम को 5 बजे से 5.30 बजे तक आउट टाइम दर्ज किया जा रहा है। एप के माध्यम से अटेंडेंस को लेकर शहरी क्षेत्र से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक परेशान हैं। मानपुर, सांवेर आदि विकासखंड के कई गांव में नेटवर्क समस्या आती है।
स्कूलों में ऐसे मिली स्थिति
उत्कर्ष विद्यालय शासकीय बाल विनय मंदिर पहले दिन कई शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज नहीं हो सकी। किसी ने एप डाउन लोड तो किया, लेकिन पासवर्ड संबंधित दिक्कत आई। कुछ शिक्षकों के मोबाइल में सारी प्रोसेस होने के बाद भी एप ओपन नहीं हो सका। प्राचार्य पूजा सक्सेना ने बताया, शुरुआत में दिक्कत आई है, लेकिन एप अच्छा है। स्वामी विवेकानंद आदर्श विद्यालय जिन शिक्षकों ने सुबह इंट्री की वे शाम को वेब पेज ओपन नहीं होने से एक्जिट नहीं कर सके। प्राचार्य मनोज खोपकर ने बताया 1 जुलाई को मेरी अटेंडेंस लग गई थी, लेकिन 2 जुलाई को अटेंडेंस के लिए परेशान हुए। कई शिक्षक 11 बजे अटेंडेंस लगा सके।
शुरुआत में यह दिक्कत
-सुबह एप ओपन होने के बाद भी अटेंडेंस नहीं भर पाए। -शाम को एक्जिट समय के एक घंटे बाद तक एप पर ई अटेंडेंस में आ रही दिक्कत। -कई वरिष्ठ शिक्षक एंड्रायड फोन को लेकर नहीं है फ्रेंडली। -ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट को लेकर आएगी दिक्कत। -आपत्ति: समाधान से पहले नहीं करना था लागू ई-अटेंडेंस प्रणाली को लेकर शिक्षक संघ ने कहा, व्यवस्था का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन लागू करने से पहले जमीनी समस्याओं का समाधान जरूरी है। संघ के संरक्षक हरीश बोयत और जिला अध्यक्ष प्रवीण यादव ने बताया थंब मशीन भी स्कूलों में रखी जा सकती है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेंगे।
यह नई व्यवस्था है, जिसे सभी शिक्षक अपना रहे हैं। शुरुआत में कई जगह से शिकायत मिली थी कि एप ओपन नहीं हो रहा। हमने शिक्षकों को बताया है कि एप को अनइंस्टॉल कर फिर से इंस्टॉल कर लें। इससे सही काम करेगा। अभी शुरुआत है, इसलिए अटेंडेंस देखने संबंधित एक्सेस नहीं मिला है। – नरेंद्र जैन, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक इंदौर