इंदौर में 52 साल की महिला की मौत
एक दिन पहले ही इंदौर में 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जबलपुर में पहला कोरोना केस मिला। गुरुवार को इंदौर में भर्ती रतलाम की कोरोना संक्रमित 52 वर्षीय महिला की मौत हो गई। महिला 8 जून को टीबी के इलाज के लिए भर्ती हुई थी, जिसे बाद में एमआरटीबी शिफ्ट किया गया। सीएमएचओ डॉ संध्या बेलसरे के अनुसार, महिला को पहले से गंभीर बीमारियां थीं। टीबी, अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित थी, जिससे उनकी हालत और जटिल हो गई थी।
पहले से गंभीर समस्या
6 दिन पहले खरगोन से इंदौर रेफर 44 वर्षीय महिला की कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मौत हो गई थी। इससे पहले कोरोना संक्रमित 74 वर्षीय महिला की अरबिंदो अस्पताल में मौत हुई थी। दोनों को गंभीर समस्याएं थीं।इन तीन जिलो में हुई मौत
- – रतलाम में 52 साल की महिला की मौत हुी है। गंभीर बीमारियों से पीड़ित थी महिला।
- – खरगोन में 44 साल की महिला की मौत हुई है, महिला ने हाल ही में एमटीएच अस्पताल में शिशु को जन्म दिया था।
- – इंदौर में 74 साल की महिला को किडनी की बीमारी थी। 27 अप्रेल को अरबिंदो अस्पताल में कोरोना के इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई थी।
राजधानी भोपाल में 13 मरीज
राजधानी भोपाल में कोरोना के अब तक 13 मरीज सामने आए हैं। सरकारी अस्पतालों में RT-PCR जांच के लिए किट तक उपलब्ध नहीं है यहां मरीज निजी लैबों के भरोसे हैं। बता दें कि बीते दिन गुरुवार 12 जून को भोपाल के नए सीएमएचओ डॉ. मनीश शर्मा ने जेपी अस्पताल का दौरा किया। औचक निरीक्षण में सामने आया कि वहां पीएस प्लांट ही ठीक नहीं है। इसके बाद जल्द ही प्लांट को ठीक करने के निर्देश भी दिए।इंदौर में 51 से ज्यादा एक्टिव केस
अकेले इंदौर में अब तक 88 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 76 इंदौर के शेष सभी बाहर के नागरिक हैं। इन सभी की हिस्ट्री चेक की जा रही है।11 जून को 12 नए मामले
11 जून को भी 12 नए कोरोना मरीज सामने आए। इनमें सभी इंदौर के ही रहवासी हैं। इनकी ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। एक्टिव केस 51 से ज्यादा हैं।जानें क्या है सब वेरिएंट
JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे पिरोला भी कहा जाता है। अगस्त 2023 में इस वेरिएंट का पहला मामला सामने आया था। इसमें भी करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं।JN.1 के लक्षण
-सिरदर्द
-बुखार
-सूखी खासी
-आंखों में जलन
-स्वाद न आना
-गंध न आना