ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षण (Symptoms of Dry Eye Syndrome)
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा रहेगा: – बिना रोए आंखों से पानी आना– आंखों में जलन और खुजली
– रोशनी से आंखों में चुभन महसूस होना
– आंखों का लाल होना
– रात में देखने में दिक्कत
– नज़र का कमजोर होना
– आंखों का थका हुआ महसूस होना
ड्राई आई सिंड्रोम के कारण (Causes of Dry Eye Syndrome)
ड्राई आई सिंड्रोम के कई कारण हो सकते हैं, जैसे: – आंसुओं का कम बनना– आंसुओं का जल्दी सूख जाना
– लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करना (जैसे कंप्यूटर या मोबाइल)
– कुछ दवाइयों का असर
– पर्यावरण में बदलाव (जैसे सूखी हवा या धूल)
– उम्र का बढ़ना
– कुछ बीमारियां (जैसे गठिया)
Dry Eye Syndrome : रोकथाम और उपचार
आंखों में धूल न जाने दें: कोशिश करें कि आपकी आँखों में धूल-मिट्टी न जाए. इससे आँखों में जलन और खुजली हो सकती है.स्क्रीन से ब्रेक लें: अगर आप लंबे समय तक मोबाइल या कंप्यूटर पर काम करते हैं, तो बीच-बीच में अपनी आंखों को आराम देना न भूलें. हर 20 मिनट पर 20 सेकंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर किसी चीज़ को देखें.
सिगरेट से दूर रहें: सिगरेट का धुआँ आंखों के लिए बहुत बुरा होता है, इसलिए इससे बचें.
आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें: डॉक्टर ने अगर आपको कोई आई ड्रॉप्स दी हैं, तो उन्हें नियमित रूप से डालें. ये आंखों को नम रखने में मदद करती हैं.
पलकों को गरम पानी से साफ करें: गरम पानी से पलकों को हल्के हाथों से साफ करने से आंखों को आराम मिलता है और वे बेहतर महसूस करती हैं.
आंखों के चारों ओर मालिश करें: आंखों के आस-पास हल्के हाथों से मालिश करने से आंख की ग्रंथियों से निकलने वाला तेल घुल जाता है, जो आंखों को नम रखने में मदद करता है.