पर घबराने की जरूरत नहीं। अगर हम इसे समझ लें और सही कदम उठाएं तो इसे हरा सकते हैं। आइए जानें ये कितने तरह की होती है क्यों होती है और कैसे बचें।
Types of Diabetes : क्या आपको पता है, कौन सी है आपको?
शुगर (Types of Diabetes) कई तरह की होती है, और हर एक प्रकार की अपनी कहानी है: टाइप 1 डायबिटीज: इसमें हमारा शरीर अपनी ही इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं पर हमला कर देता है। ये अक्सर बच्चों या युवाओं में दिखती है। टाइप 2 डायबिटिज: ये सबसे आम है। इसमें शरीर इंसुलिन तो बनाता है पर सेल्स उसे पहचानते नहीं। खराब लाइफस्टाइल, मोटापा और खानदानी वजहें इसके पीछे होती हैं। आजकल युवाओं में भी ये तेजी से बढ़ रही है।
डायबिटिज टाइप 1.5 (LADA) शुगर: ये टाइप 1 और 2 के बीच की है। इसमें भी शरीर खुद पर हमला करता है पर धीरे-धीरे। इसे अक्सर टाइप 2 समझ लिया जाता है, पर ये डाइट से ठीक नहीं होती।
गर्भावधि डायबिटीज (Gestational Sugar) : ये कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में होती है हार्मोन्स की वजह से। डिलीवरी के बाद ठीक हो जाती है पर बाद में टाइप 2 का खतरा बढ़ जाता है।
Pre-Diabetes : खतरे की घंटी
क्या आपको पता है शुगर होने से पहले प्री-डायबिटीज नाम की एक स्टेज भी होती है। इसमें शुगर थोड़ी बढ़ी हुई होती है पर इतनी नहीं कि उसे पूरा शुगर कह सकें। ये एक चेतावनी है कि आप शुगर की तरफ बढ़ रहे हैं। समय रहते लाइफस्टाइल बदल लें तो इसे रोक सकते हैं।
Diabetes Symptoms : बॉडी देती है सिग्नल, पहचानना जरूरी
शुगर बढ़ने पर शरीर कुछ इशारे देता है: आम लक्षण: बहुत भूख-प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना (खासकर रात में), बेवजह वजन कम होना, धुंधला दिखना, बहुत थकान, घावों का देर से भरना। पुरुषों में: यौन इच्छा में कमी, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, कमजोरी। महिलाओं में: प्राइवेट पार्ट में सूखापन, इन्फेक्शन, खुजली। गर्भावस्था वाली शुगर में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखते, रूटीन चेकअप में ही पता चलता है।
Diabetes : बचाव और प्रबंधन:
शुगर से बचने या इसे कंट्रोल करने के लिए: सही खानपान: फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज खाएं। मीठा और पैकेट बंद खाना छोड़ें। रोज एक्सरसाइज : रोज 30 मिनट तेज चलें या साइकिल चलाएं। वजन कंट्रोल: अगर मोटे हैं, तो थोड़ा वजन भी कम करना बहुत फायदा देगा। तनाव से बचें: योग या मेडिटेशन करें। नियमित जांच: अगर परिवार में शुगर है, तो चेकअप करवाते रहें।
डॉक्टर से पूछें: दवा या इंसुलिन की जरूरत हो तो डॉक्टर की सुनें, खुद से कुछ न करें! पूरी नींद: कम नींद भी शुगर बढ़ा सकती है। सही जानकारी, अच्छी लाइफस्टाइल और डॉक्टर की सलाह से आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं और एक अच्छी जिंदगी जी सकते हैं। अपनी बॉडी के सिग्नल को पहचानें और समय पर एक्शन लें।