लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती थी
रिपोर्ट की मानें तो उनके हल्दी सेवन के कारण लिवर एंजाइम नॉर्मल से 70 गुना ज्यादा हो गए थे। डॉक्टरों ने बताया कि अगर समय पर इलाज नहीं होता, तो उन्हें लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती थी। महिला ने मार्च में इंस्टाग्राम पर एक डॉक्टर का वीडियो देखकर रोज हल्दी की गोलियां खाना शुरू किया था। वीडियो में कहा गया था कि इससे जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। लेकिन कुछ ही हफ्तों में उन्हें पेट दर्द, उलटी और थकान की शिकायत होने लगी। NBC की रिपोर्ट के अनुसार महिला ने कहा कि वो रोज बहुत पानी पीती थीं, लेकिन फिर भी उनके यूरिन का रंग गहरा हो गया था।
क्या हल्दी लेना सेफ है?
अगर हल्दी बहुत ज्यादा मात्रा में ली जाए, खासकर सप्लीमेंट के रूप में, तो यह हमारे लिवर को डैमेज कर सकती है। हर व्यक्ति की पाचन क्षमता अलग होती है। कोई ज्यादा जल्दी डाइजेस्ट कर लेता है, तो किसी का शरीर नहीं पचा पाता। इसी वजह से अपने मन से हल्दी की गोलियां लेना नुकसानदायक हो सकता है।
करक्यूमिन लिवर के लिए जहर
वैसे तो हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो हमारे सेहत के काफी फायदेमंद होती है, लेकिन इसकी मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। रोजाना खाने में डाली जाने वाली हल्दी की मात्रा 1.5 से 3 ग्राम ही सेफ और पर्याप्त होती है। सप्लीमेंट वाली हल्दी में करक्यूमिन होता है, जिसकी मात्रा आम हल्दी के मुकाबले कई गुना ज्यादा होती है। यही कारण है कि ज्यादा डोज में लिया गया करक्यूमिन लिवर के लिए जहर का काम कर सकता है।
किन लोगों को हल्दी सप्लीमेंट से दूर रहना चाहिए?
अगर आप फैटी लिवर, अल्कोहलिक लिवर डिजीज या कोई पुरानी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको हल्दी की गोली से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। अलग-अलग शोध स्टडीज में ये बात साबित हो चुकी है कि ऐसे लोग अगर सप्लीमेंट लें तो उन्हें ड्रग-इंड्यूस्ड लिवर फेल्योर (DILI) हो सकता है।
हल्दी सेवन पर डॉक्टर की सलाह
इसको लेकर आयुर्वेदिक डॉ. अर्जुन राज कहते हैं, हल्दी का आयुर्वेद चिकित्सा में बड़ा रोल है। ये हमेशा से दवा के रूप में इस्तेमाल की गई है। इसलिए हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से बातचीत कर लें। डॉ. अर्जुन ने भी बताया कि ना केवल लिवर की समस्या वाले बल्कि किडनी रोगियों को भी हल्दी सेवन से बचना चाहिए। अगर आपको हल्दी से एलर्जी है तो भी सेवन करने से बचें। लिवर, किडनी जैसी बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए हल्दी जहर की तरह है।
हल्दी से लिवर डैमेज के लक्षण?
अगर हल्दी ज्यादा मात्रा में ली जाए, तो कुछ शुरुआती संकेत हो सकते हैं:
- यूरिन का रंग पीला या भूरा होना
- थकान, कमजोरी और भूख न लगना
- सुस्ती और गैस्ट्रिक परेशानी
इन लक्षणों को हल्के में न लें। तुरंत किसी डॉक्टर से मिलकर लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) कराएं।