Ragi for Sugar Control : पेट की हर समस्या का समाधान है रागी
आजकल कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। रागी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो कब्ज की समस्या को दूर भगाने में कमाल का काम करता है। यह आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है जिससे आप हल्का और ऊर्जावान महसूस करते हैं। पेट अगर स्वस्थ है तो समझिए आधी बीमारियां तो यूं ही दूर हो गईं।
दिल का दोस्त, ब्लड प्रेशर का दुश्मन
रागी को अपने खाने में शामिल करने से आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और पोटैशियम आपके हृदय को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। भारत सरकार का आयुष मंत्रालय भी इसके फायदों को गिनाते हुए इसके सेवन की सलाह देता है।
Ragi for Sugar Control : शुगर पेशेंट के लिए किसी वरदान से कम नहीं
डायबिटीज आजकल एक गंभीर समस्या बन चुकी है। ऐसे में रागी डायबिटीज के रोगियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है जिसका मतलब है कि यह आपके ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है। इसलिए, यदि आप डायबिटीज से जूझ रहे हैं तो रागी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
एनर्जी बूस्टर और हड्डियों का रक्षक
आयुष मंत्रालय के अनुसार, रागी विटामिन बी, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर होता है और ग्लूटेन-मुक्त भी होता है। इसके नियमित सेवन से आपको खूब एनर्जी मिलती है। यह आपके नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों, किडनी और लीवर के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। कई शोधों ने भी यह साबित किया है कि रागी में भरपूर प्रोटीन और फाइबर होने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती, जिससे वजन कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इतना ही नहीं यह आपकी हड्डियों और दांतों को भी मजबूत बनाता है। सोचिए एक छोटा सा दाना और इतने सारे फायदे।
रागी का सेवन करते समय कुछ जरूरी बातें
हालांकि, रागी के कई फायदे हैं लेकिन किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती। कुछ मिलेट (जैसे बाजरा) में गोइट्रोजेनिक तत्व हो सकते हैं जिनका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। कुछ लोगों को इसे पचाने में भारीपन महसूस हो सकता है, या कुछ को एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए किसी भी नए अनाज को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। आप इसे पतली रोटी, खिचड़ी या दलिया के रूप में ले सकते हैं।