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Daily Habits Reduce Cancer Risk : ये 3 आदतें 60% तक घटा सकती है कैंसर का खतरा

Daily Habits Reduce Cancer Risk : कैंसर लाइलाज है, तेज़ी से फैलता है, और दोबारा होने पर ज़्यादा खतरनाक हो सकता है. हालांकि, इसे रोका जा सकता है. डॉक्टरों को तीन चीज़ें मिली हैं जो कैंसर का खतरा 60% तक कम कर सकती हैं.

भारतMay 24, 2025 / 11:21 am

Manoj Kumar

Daily Habits Reduce Cancer Risk

ये 3 आदतें 60% तक घटा सकती है कैंसर का खतरा
(फोटो सोर्स : Freepik)

Daily Habits Reduce Cancer Risk : कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका आज भी कोई पक्का इलाज नहीं है, हालांकि सही समय पर इलाज मिल जाए तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है. कैंसर का कोई पुख्ता इलाज न होने की बड़ी वजह यह है कि यह शरीर के किसी भी अंग पर हमला कर सकता है और बहुत तेजी से फैलता है, जिससे ज्यादातर पारंपरिक इलाज काम नहीं आ पाते. इसे समझना इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि अगर आपको एक बार कैंसर हो चुका है, तो बहुत ज़्यादा संभावना है कि यह आपको दोबारा होगा, और इस बार यह पहले से ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
हालांकि, भले ही यह बीमारी लाइलाज हो फिर भी इसे (ज़्यादातर मामलों में) रोका जा सकता है और लगता है कि डॉक्टरों को इसका तरीका मिल गया है… आइए देखते हैं क्या हैं वे तीन (Daily Habits Reduce Cancer Risk) चीज़ें जो कैंसर के खतरे को 60% तक कम कर सकती हैं.
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डेली इन आदतों को अपनाएं (Daily Habits Reduce Cancer Risk)

हाल ही में हुई एक रिसर्च में पता चला है कि अगर हम अपनी रोज़मर्रा की तीन आदतों को अपना लें, तो कैंसर होने का खतरा करीब 60% तक कम हो सकता है. ये तीन आदतें हैं: विटामिन डी सप्लीमेंट लेना, ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करना और रोजाना हल्की-फुल्की कसरत करना. यह खोज खासकर बड़े-बुजुर्गों के लिए बहुत ज़रूरी है, लेकिन कैंसर से बचाव चाहने वाले हर व्यक्ति के लिए इसमें सीखने लायक बातें हैं.
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DO-HEALTH रिसर्च

DO-HEALTH नाम की एक रिसर्च हुई, जिसमें 70 साल या उससे ज्यादा उम्र के 2,000 से ज्यादा स्वस्थ लोगों को शामिल किया गया. ये लोग यूरोप के कई देशों से थे. करीब तीन साल तक चली इस रिसर्च में, इन लोगों को अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया. कुछ को विटामिन डी, कुछ को ओमेगा-3 सप्लीमेंट, और कुछ को घर पर करने लायक हल्की-फुल्की कसरत (SHEP) का प्रोग्राम दिया गया. कुछ ग्रुप ऐसे भी थे जिन्हें इनमें से दो या तीनों चीज़ों का कॉम्बिनेशन दिया गया.
नतीजों में सामने आया कि हर एक चीज़ (विटामिन डी, ओमेगा-3, या कसरत) का अपना कुछ फायदा था, लेकिन जब तीनों को एक साथ इस्तेमाल किया गया, तो कैंसर होने का खतरा 61% तक कम हो गया. इसकी तुलना उन लोगों से की गई जिन्होंने इन चीज़ों को नहीं अपनाया था. यह दिखाता है कि इन तीनों का एक साथ इस्तेमाल कैंसर से बचाव में काफी मददगार हो सकता है.

विटामिन डी सेवन

विटामिन डी हड्डियों के लिए अच्छा होता है, यह तो सब जानते हैं, लेकिन यह कोशिकाओं (Cells) के बढ़ने को कंट्रोल करने और सूजन कम करने में भी मदद करता है. रिसर्च से पता चलता है कि विटामिन डी कैंसर कोशिकाओं (Cancer Cells) के बढ़ने की रफ्तार को धीमा कर सकता है या उन्हें रोक सकता है.
इस रिसर्च (DO-HEALTH ट्रायल) में, लोगों को रोज़ाना विटामिन डी3 (2,000 IU) की ज़्यादा खुराक दी गई. इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune system) बेहतर हुई और शायद कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में भी मदद मिली.
विटामिन डी को अक्सर हड्डियों की सेहत के लिए जाना जाता है, लेकिन यह कोशिकाओं के बढ़ने को नियंत्रित करने और सूजन को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है. कई अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन डी कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ को धीमा या रोक सकता है. इस रिसर्च (DO-HEALTH ट्रायल) में, जिन लोगों ने रोज़ाना विटामिन D3 की ज़्यादा खुराक (2,000 IU) ली, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) बेहतर हुई और शायद इससे कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में भी मदद मिली.

ओमेगा-3 फैटी एसिड और इसके फायदे

ओमेगा-3 फैटी एसिड जो आमतौर पर मछली के तेल में पाया जाता है, इसमें सूजन कम करने वाले गुण होते हैं और यह स्वस्थ कोशिका झिल्ली (Healthy cell membranes) को बनाए रखने में मदद करता है. रिसर्च से पता चलता है कि ओमेगा-3 सूजन को कम करके और इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करके सामान्य कोशिकाओं को कैंसर वाली कोशिकाओं में बदलने से रोक सकता है. इस स्टडी में, रोजाना 1 ग्राम ओमेगा-3 सप्लीमेंट की खुराक दी गई, जिसने विटामिन डी और कसरत के साथ मिलकर कैंसर के खतरे को कम करने में योगदान दिया.

हल्की कसरत है सबसे जरूरी

कैंसर से लड़ने में कसरत एक बहुत ताकतवर हथियार है. हल्की-फुल्की फिज़िकल एक्टिविटी से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून फंक्शन) बेहतर होती है, सूजन कम होती है और वजन भी कंट्रोल में रहता है – ये सभी बातें कैंसर के खतरे को कम करती हैं.
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इस रिसर्च में घर पर करने वाली जो स्ट्रेंथ एक्सरसाइज बताई गई थी वो काफी आसान थी और इसे खासकर बड़े-बुजुर्गों के लिए डिजाइन किया गया था. इसमें मांसपेशियों की ताकत और संतुलन पर जोर दिया गया था. रेगुलर कसरत से शरीर में हार्मोन, जैसे कि इंसुलिन, भी नियंत्रित रहते हैं. अगर इंसुलिन का स्तर बढ़ा हुआ हो तो इससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए, नियमित कसरत कैंसर से बचाव में एक अहम भूमिका निभाती है.

कैसे काम करता है तीनों का मेल?

इस रिसर्च का सबसे खास नतीजा यह है कि विटामिन डी, ओमेगा-3 और हल्की कसरत का मिलाकर किया गया असर इनमें से किसी भी एक चीज के अकेले असर से कहीं ज्यादा मजबूत है. ये तीनों मिलकर कई तरीकों से शरीर को कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं – ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं, सूजन कम करते हैं, और पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं. इस तिहरे तरीके को अपनाने से रिसर्च में शामिल लोगों में नए, खतरनाक कैंसर के मामले काफी कम हो गए.

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