गुणवत्ता युक्त ट्रैप से कीट प्रबंधन अधिक प्रभावी होता है। जिससे बीटी कपास की उत्पादकता पर सकारात्मक असर पड़ता है। विभाग ने यह भी कहा है कि कीट प्रबंधन और उर्वरक उपयोग संबंधी तकनीकी जानकारी किसानों को समय-समय पर दी जाए। ताकि फसल को नुकसान से बचाया जा सके। संयुक्त निदेशक ने स्पष्ट किया कि कृषि आदानों की पारदर्शी एवं कृषक हितैषी आपूर्ति सुनिश्चित करना विभाग की प्राथमिकता है। कृषकों की शिकायतों की गंभीरता से जांच की जाएगी। नियमों की अवहेलना पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इधर प्रो. ओम जांगू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नकली कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इसमें बताया है कि राजस्थान में बीज ,खाद एव अन्य कृषि आदान विक्रेताओं के संगठन रायड़ा ने नकली खाद बीज के विरूद्व की जा रही कृषि मन्त्री राजस्थान सरकार की छापेमारी के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया है। जिन नकली खाद बीज विक्रेताओं ने किसान के खेत को बंजर बना दिया किसान की खेती को नुकसान कर किसान को कर्ज के नीचे दबा दिया, उनके पक्ष में रायड़ा के हड़ताल का यह आह्वान किसान हितों के विरुद्व एवं कृषि मंत्री पर दवाब बनाकर कार्यवाही को अवरूद्व करने का प्रयास है। रायड़ा के आह्वान की निंदा करते हुए जांगू ने कृषि मंत्री की छापेमारी का समर्थन किया है। मंत्री से मांग की है कि नकली खाद-बीज फैक्ट्रियों को सीज करने के साथ साथ उन पर पुलिस में मुकदमा भी दर्ज करवा कर गिरफ्तार करवाएं। जांगू के अनुसार नकली डीएपी इफको के थैलों में भरी जाती है। रावतसर में बड़ी मात्रा में नकली डीएपी 10 मई 2025 को इफको के थैलों में मौके पर पकड़ी गई। परंतु इफको ने अब तक कॉपीराइट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज नहीं करवाया है। हम कृषि मंत्री से मांग करते हैं कि कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करें कि नकली इफको के थैले उपलब्ध करवाने के लिए इफको के अधिकारियों के विरूद्व पुलिस में मुकदमा दर्ज करें।