क्या है पूरा मामला ?
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए इमाम की पहचान मोहम्मद गजनफर के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बिहार के अररिया जिले के गांव कुर्सेल का रहने वाला है। वह कुछ समय पहले ही गांव निलौनी की मस्जिद में इमाम के तौर पर कार्यरत हुआ था। बताया जा रहा है कि उसने करीब तीन महीने पहले उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। इस वीडियो में कथित तौर पर भड़काऊ और धार्मिक उन्माद फैलाने वाली बातें कही गई थीं। हालांकि उस समय यह वीडियो ज्यादा चर्चा में नहीं आया, लेकिन हाल ही में यह वीडियो दोबारा वायरल हो गया, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई।
आरोपी गिरफ्तार
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि वीडियो का स्रोत मोहम्मद गजनफर ही था। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया, जिनमें धार्मिक भावनाएं भड़काने और सामाजिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोप शामिल हैं। पुलिस ने शनिवार को उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने क्या कहा ?
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया पर इस तरह की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों या भड़काऊ सामग्री से दूर रहें और किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि क्षेत्र में शांति और सौहार्द्र बना रहे।
Source: IANS