आयुक्त ने विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, जिला पंचायत राज अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा कार्यालय, राज्य कर कार्यालय में स्थित विभिन्न कार्यालय व अनुभाग एवं कलेक्ट्रेट
गोण्डा स्थित खनन कार्यालय, मुख्य कोषाधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, व जिला निर्वाचन अधिकारी सहित आयुक्त कार्यालय में पहुंचकर अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति का भौतिक सत्यापन व निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान 17 अधिकारी व 42 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये।
उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त किया जाये। यदि उनका स्पष्टीकरण सन्तोषजनक नही होता है। तो उनके खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
आयुक्त बोले- कुछ अधिकारी कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही जो ठीक नहीं
आयुक्त ने कहां की शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश है कि प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी समय से कार्यालय में पहुंचे परन्तु कई अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। जो कि किसी भी प्रकार से सही नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में निरीक्षण के दौरान कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अनुपस्थित नहीं मिलना चाहिए । समस्त अधिकारी व कर्मचारी समय से कार्यालय पहुंचे एवं कार्यालय के समय उपस्थित रहे।
अब प्रत्येक सप्ताह उपस्थिति पंजिका का किया जाएगा अवलोकन
आयुक्त ने समस्त कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया कि यदि किसी भी कर्मचारी द्वारा छुट्टी ली जाती है। तो उसका एप्लीकेशन स्वीकृत करते हुये रजिस्टर में अंकित करें। यदि कोई भी कर्मचारी क्षेत्र में गया है। तो उसको को भी अंकित किया जाये। यदि कोई भी कर्मचारी समय से कार्यालय में नही पहुॅचता है। तो उसको अनुपस्थित करते हुये आवश्यक कार्यवाही करें। कार्यालय के कार्यालयाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक सप्ताह उपस्थिति पंजिका को अवलोकित किया जाये।