डीएम के निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, एआर कोऑपरेटिव तथा डीआर कोऑपरेटिव भी मौके पर उपस्थित रहे। डीएम ने गोदाम में पाई गई अनियमितताओं एवं व्यवस्थागत खामियों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट तत्काल प्रस्तुत की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया है कि खाद की आपूर्ति, वितरण तथा अभिलेखों की पारदर्शिता अत्यंत आवश्यक है। ताकि किसानों को समय से पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराया जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि जिले में किसी प्रकार की कालाबाज़ारी, जमाखोरी अथवा वितरण में अनियमितता को कदापि सहन नहीं किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान प्राथमिक तौर पर कुछ कमियों एवं संभावित अनियमितताओं के संकेत मिले हैं। जिन्हें गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जांच आख्या तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत की जाए। ताकि दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
डीएम बोली- अनियमिता पर होगी कड़ी कार्रवाई
डीएम प्रियंका निरंजन ने कहा है कि खाद वितरण व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही या भ्रष्टाचार की पुष्टि होती है। तो संबंधित व्यक्ति/अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।