पुलिस के अनुसार, साजिद उस भीड़ में शामिल था जिसने सिपाही सौरभ पर हमला किया था और वह कई दिनों से फरार चल रहा था। इस हत्याकांड में अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि चार इनामी संदिग्ध (प्रत्येक पर 25 हजार रुपये का इनाम) अभी भी फरार हैं।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
एसीपी वेव सिटी प्रियाश्री पाल ने बताया कि सिपाही सौरभ हत्याकांड में वांछित चल रहे आरोपियों की धरपकड़ के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा कई टीमों का गठन किया गया था। बुधवार देर रात मुखबिर से सूचना मिली कि मसूरी थाना क्षेत्र का वांछित अपराधी साजिद डासना की ओर से काजीपुरा की तरफ आने वाला है। इस सूचना पर इंस्पेक्टर अनिल राजपूत अपनी पुलिस टीम के साथ थाना क्षेत्र वेव सिटी पहुंचे। थानाध्यक्ष वेव सिटी और उनकी पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से डासना काजीपुरा मार्ग पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की सघन चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान एक बाइक सवार व्यक्ति को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वह भागने लगा. आगे रास्ता ऊबड़-खाबड़ होने के कारण उसकी बाइक फिसलकर गिर गई।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई
एसीपी प्रियाश्री पाल ने आगे बताया कि पुलिस टीम से खुद को घिरा देखकर साजिद ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस टीम ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें साजिद के बाएं पैर में गोली लगी। घायल अवस्था में साजिद को गिरफ्तार कर सीएचसी डासना, गाजियाबाद उपचार के लिए भेजा गया। मौके से एक बाइक, एक तमंचा और दो कारतूस बरामद किए गए हैं।