‘पुलिस प्रशासन की ओर से ढिलाई से बिगड़े हालात’
सपा प्रदेश सचिव गोपाल यादव ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से ढिलाई और असंवेदनशीलता सामने आई, जिससे हालात बिगड़े। उन्होंने मांग की कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए और निर्दोष स्थानीय व क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए।
‘सपा के निर्दोष कार्यकर्ताओं को न बनाया जाए निशाना’
इटावा के उप जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य बबलू ने कहा कि प्रदर्शन समाजवादी पार्टी के बैनर तले नहीं हुआ, पार्टी का इससे कोई संबंध नहीं है। गोपाल यादव ने कहा, “पुलिस प्रशासन की लापरवाही से हालात बिगड़े हैं। निर्दोष कार्यकर्ताओं को निशाना न बनाया जाए।”
कथावाचक से अभ्रदता के मामले ने पकड़ा तूल
आपको बता दें कि इटावा में कथावाचक से मारपीट और अभ्रदता का मामला सामने आया था। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है और घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है। हालांकि, इस घटना ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है और पक्ष-विपक्ष के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। इस मामले पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है और जाति की राजनीति करने जैसे आरोप भी लगाए हैं।