IIT Kanpur से हुई है पढ़ाई
अजीत कुमार चतुर्वेदी की पढ़ाई-लिखाई IIT Kanpur जैसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी सेर हुई है। इसी कॉलेज से उन्होंने पहले B.Tech फिर M.Tech की डिग्री हासिल की। उसके बाद फिर अजीत कुमार ने IIT Kanpur से ही पीएचडी की डिग्री भी हासिल की। ये पहली बार नहीं है जब अजीत कुमार BHU में काम करने जा रहे हैं। इससे पहले भी 1994-96 में IIT BHU में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के तौर पर काम किया था। अब वे दोबारा इस यूनिवर्सिटी में लौटे हैं और इस बार कुलपति के तौर पर अपना काम शुरू करेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अजीत कुमार चतुर्वेदी संत साहित्य के मर्मज्ञ आचार्य परशुराम चतुर्वेदी के पौत्र हैं।
BHU Ajit Kumar Chaturvedi: 1999 में IIT Kanpur किया ज्वाइन
साल 1999 में IIT Kanpur में लेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष के तौर पर काम करना शुरू किया। उसके बाद R&D और फिर डिप्टी डायरेक्टर के पद पर भी काम किया। अगस्त 2012 में उन्हें प्रोफेसर बनाया गया। 2017 में अजीत कुमार चतुर्वेदी को आईआईटी रुड़की डायरेक्टर बनाया गया। कई प्रतिष्ठित कॉलेजों और संस्थानों में उन्होंने कई अहम पदों पर का किया है।
मिल चुके हैं कई पुरस्कार
अपने कुशल काम और नेतृत्व के लिए प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी को कई सम्मान और पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। साल 2008 में नानयांग टेक्निकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर ने उन्हें टैन चिन तुआन फेलोशिप से नवाजा। इसके साथ ही 2017 में INSA शिक्षक पुरस्कार भी उन्हें मिला। आईआईटी कानपुर विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार भी उनके नाम पर दर्ज है। साल 2002, 2006, और 2012 में वे बीटेक प्रोजेक्ट (बीटीपी) के सर्वश्रेष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में चुने गए। इसके अलावा भी कई सम्मान और अवार्ड उनके नाम पर दर्ज है।