पीड़िता के पिता ने मामला दर्ज करवाते हुए बताया कि 2 जुलाई की रात करीब 11 बजे नाबालिग को एक फोन आया, जब वह अपनी मां के साथ घर की छत पर सो रही थी। फोन के दूसरी तरफ पड़ोस में रहने वाले अमन ने कथित तौर पर उसे एक जरूरी काम का हवाला देकर घर से बाहर निकलने के लिए बुलाया।
अमन के बुलाने पर नाबालिग बाहर निकली तो तीनों आरोपियों ने उसे जबरन पकड़ लिया। उसका मुंह बंदकर पास के एक घर में ले गए। जहां उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया। थाना अधिकारी ने बताया कि उसे बंधक बनाकर रखा गया और बार-बार उसके साथ मारपीट की गई।
पीड़िता के पिता ने अगली सुबह अपनी बेटी को घर से गायब पाया। काफी ढूंढने के बाद वह पड़ोसी के घर पहुंचा। जहां उसे अपनी बेटी मिली। पुलिस ने पुष्टि की है कि घटना के बाद से तीनों आरोपी गांव से फरार हो गए। पुलिस तीनों आरोपियों को तलाश कर रही है।
यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज मामले की जांच सर्किल ऑफिसर अनूप कुमार को सौंप दी गई है। फोरेंसिक टीम ने अपराध स्थल का निरीक्षण किया और लड़की के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किए गए।