CG Elephant Terror: इन गांवों में अलर्ट जारी
इधर 28 जुलाई को बलौदाबाजार, महासमुंद, पांडुका से होते हुए बीबीएमई-1 दंतैल हाथी धमतरी के उत्तर सिंगपुर परिक्षेत्र में पहुंच गया है। वर्तमान में दंतैल हाथी
धमतरी वनमंडल के कक्ष क्रमांक-20 आरएफ, रेंगाडीह परिसर में विचरण कर रहा है। दंतैल हाथी ने धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
वन विभाग की मानें तो दंतैल हाथी स्वभाव से थोड़ा हिंसक होता है इसलिए हाथी मित्रदल द्वारा दंतैल हाथी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। दल प्रमुख प्रेमलाल लहरे, दल सहायक प्रभुराम कंवर, सुरक्षा श्रमिक लेखराम, पीलूराम, पूरनलाल, यशवंत, रूपराम हाथी के लोकेशन और प्रत्येक गतिविधियों की जानकारी ऐलीफेंट मॉनिटरिंग धमतरी व्हाट्एप ग्रुप के माध्यम से उच्चाधिकारियों को दे रहे हैं।
हाथी-मानव द्वंद का भी डर
पिछले 5 साल से हाथियों के दल का लगातार धमतरी जिले के जंगल में आना-जाना लगा हुआ है। जिले के जंगल में हाथियों की मौजूदगी वन विभाग के नजरिए से अच्छी मानी जा रही। वहीं विचरण क्षेत्र में हाथी-मानव द्वंद का डर भी बना रहता है। पूर्व में कई बार ऐसी घटनाएं भी हो चुकी है।
हाथियों ने अब तक अलग-अलग जगहों पर करीब 15 लोगों को मौत के घाट उतारा है। इसमें से अधिकांश मामले में प्रकरण बनाने के बाद पीड़ित परिवारों को मुआवजा प्रदान किया गया है।
किसान कैलाशराम नेताम, भगवान सिंह, सूरज मरकाम ने बताया कि मगरलोड क्षेत्र असिंचित क्षेत्र है। साल में एक ही फसल ले पाते हैं। बारिश के भरोसे खेती-किसानी होती है। धान के पौधे बड़े हो रहे। हाथी के आगमन से फसल की चिंता सता रही है।
उत्तर सिंगपुर क्षेत्र में दंतैल हाथी के आमद के बाद से मगरलोड ब्लाक के जलकुंभी, हथबंध, रेंगाडीह, राजाडेरा, तेंदूभाठा, कोरगांव, कंडबरा, बनियातोरा, बूढ़ाराव, मड़ेली, बकोरी, चारभाठा समेत आसपास के १० किमी के रेंज में अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही वन विभाग द्वारा गांवों में मुनादी कराकर लोगों को जंगल जाने से मना किया जा रहा है।