एमपी में दुष्कर्म पीड़िता टीचर का ट्रांसफर, भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष पर लगाया था आरोप..
जब उनकी गाड़ी अर्जुन बड़ौदा के पास पहुंची तो वहां लंबा जाम होने के कारण वे काफी देर फंसे रहे। इसी दौरान कमल पांचाल की तबीयत बिगड़ी और करीब पौन घंटे वे तड़पते रहे। बेटे ने अन्य लोगों की मदद से गाड़ी जाम से निकाली और करीब 10 बजे उन्हें शहर के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन शव लेकर बिजलपुर रवाना हुए जहां अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार कमल पांचाल कृषक थे। उनके दो बेटे विजय व विनय हैं जो कम्यूटर रिपेयर करने का कार्य करते हैं।