देवास के सोनकच्छ में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बीएनपी पुलिस ने नकली नोट छापने के ठिकाने पर छापा मारा तो आंखें खुली रह गईं। आरोपियों ने घर में ही नोट छापने की फैक्ट्री खोल ली थी। यहां 500-500 के नकली नोटों की गड्डी भी मिली। पुलिस ने कुल 15.41 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए हैं।
एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि नकली नोट बनाने के लिए प्रयुक्त लैपटॉप, प्रिंटर और स्कैनिंग पेटी सहित अन्य उपकरण जब्त किए हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 178, 179, 180, 61(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस उनसे सख्ती से पूछताछ कर रही है। नकली नोट के इस कारोबार में आगरोद देवास के शक्ति सिंह चावड़ा को भी गिरफ्तार किया गया है।
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पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपियों ने नकली नोट कहां-कहां चलाए हैं। अंदेशा है कि गिरोह ने लाखों रुपए की नकली करेंसी बाजार में खपाई है। गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं, यह भी पता किया जा रहा है।
देवास पुलिस को चेकिंग के दौरान दो बाइक सवार युवकों सचिन नागर और शुभम वर्मा की गतिविधियां संदिग्ध नजर आईं थी। तलाशी ली तो दोनों के पास से 1.96 लाख रुपए के नकली नोट मिले। पूछताछ में उन्होंने बताया कि दोस्त राजकुमार मालवीय खेड़ाखजूरिया गांव में अपने घर पर नकली नोट छापता है। यहां से पुलिस ने राजकुमार और उसके दोस्त सुनील पाटिल को गिरफ्तार किया। उनके पास से 13.25 लाख रुपए के 500-500 के नकली नोट बरामद किए गए। कुछ अधछपे नोट भी मिले।